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एलन मस्क की कंपनी ने अमेजन की जंगलों में पहुंचाया इंटरनेट, आदिवासी युवा देखने लगे पॉर्न


नई दिल्ली:

दुनिया के हर हिस्से में इंटरनेट की पहुंच होती जा रही है. अमेजन की जंगलों (Amazon rainforest) में हजारों साल से रह रहे आदिवासियों को इंटरनेट की दुनिया से जोड़ने के लिए एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने सुदूर जंगलों तक इंटरनेट को पहुंचाया. 2 हजार की आबादी वाली मारुबोस जनजाति इसके माध्यम से पहली बार दुनिया से जुड़ी. पिछले साल सितंबर में ब्राज़ील में इंटरनेट सेवाओं की शुरूआत होने के साथ ही अमेज़न के जंगलों में इंटरनेट सेवाएं पहुंच गईं. 

The New York Times से बात करते हुए 73 वर्षीय त्सेनामा मारुबो ने बताया कि जब यह आया, तो हर कोई खुश था. इंटरनेट से काफी लाभ है. इससे हमारी जिंदगी आसान हुई लेकिन अब चीजें बदतर हो गई हैं.  इंटरनेट के कारण युवा आलसी हो गए हैं. वे गोरे लोगों के तौर-तरीके सीख रहे हैं.

आदिवासियों को अब एक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इंटरनेट के गलत उपयोग से उनकी संस्कृति पर खतरा बढ़ रहा है. युवा अब अपने फोन से चिपके रहते हैं. वे दोस्तों के साथ चैट करने में लगे रहते हैं, अश्लील सामग्री और गलत सूचनाएं उन्हें मिल रही है.  NYT से बात करते हुए गांव के मारुबो संघ के नेता अल्फ्रेडो मारुबो ने इंटरनेट की जमकर आलोचना की उन्होंने कहा कि  वह पोर्नोग्राफी से सबसे ज्यादा परेशान हैं. युवा इससे काफी प्रभावित हो रहे हैं. लोगों पर इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है. 

आदिवासियों को हो रहे हैं कई फायदे
इंटरनेट के  उपयोग के लिए ये एंटेना अमेरिकी उद्यमी एलिसन रेनेउ द्वारा जनजातियों को दान में दिए गए थे.  इंटरनेट के आगमन को दूरदराज की जनजाति के लिए काफी बेहतर माना जा रहा था. उपचार सहित कई आपात स्थिति में उन तक जल्दी मदद पहुंचाने में यह बेहद उपयोगी साबित होता है.  जनजाति के एक सदस्य ने कहा कि जहरीले सांप के काटने पर हेलीकॉप्टर द्वारा शीघ्र बचाव की आवश्यकता होती है. इंटरनेट से पहले, मारुबो शौकिया रेडियो का उपयोग करता था, जो अधिकारियों तक पहुंचने के लिए कई गांवों के बीच एक संदेश प्रसारित करता था.  इंटरनेट ने ऐसी कॉलों को फास्ट बना दिया है.

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