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Exclusive: किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए 24 घंटे तैयार… The Hindkeshariसे बोले एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी

एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.

नई दिल्ली:

वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने जैसलमेर में भरी हुंकार. उन्होंने भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ‘वायुशक्ति’ (Vayushakti) से पहले  The Hindkeshariसे खास बातचीत की. इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने एयरफोर्स की क्षमताओं पर बात की. उन्होंने कहा कि वायुशक्ति में 100 से ज्यादा फाइटर एयरक्राफ्ट की ताकत दिखेगी. वायुशक्ति के जरिए एयरफोर्स अपनी कॉम्बैट तैयारी को चेक करता है और हर तरह के हथियारों की भी चेकिंग की जाती है. वायुशक्ति खुद के लिये सशक्त और कामयाब एयर फोर्स है. यह अलग-अलग जगहों पर बम गिरा पाने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि वायुसेना को हमेशा तैयार रहने की जरूरत है. वायसेना में नए सिस्टम की जरूरत है. एयरफोर्स को 24 घंटे चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है. एयर चीफ मार्शल ने ये बात जैसलमेर में आयोजित होने वाली ‘वायु शक्ति 2024’ से पहले कही है.

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वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ने कहा कि किसी भी कॉनफ्लिक्ट में कोई मदद नहीं करेगा इसीलिए सिर्फ खुद के हथियारों पर ही भरोसा रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान हो या हेलीकॉप्टर या ट्रांसपोर्ट विमान या राडार, हमें देशी सिस्टम पर भरोसा है. हमारी कोशिश थ्रेट के मुताबिक कैपेबिलिटी डेवेलप करने की रहती है. कही से भी खतरा सामने आता है तो सबसे पहले और घातक जवाब दिया जाता है. 

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चार साल में पूर्वी लद्दाख में हमने बहुत सबक सीखे, इस दौरान आर्मी और आईटीबीपी से मदद मिली. वायुसेना ने ट्रेनिंग को बदला और मेन और मशीन को उस मुताबिक ढाला. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि जैसे कोई थ्रेट आता है वायुसेना तुरंत रिएक्ट करती है. हम हमेशा सबक लेते हैं और उसको अपनी ट्रेनिंग में शामिल करते है. किसी भी हालत में रिएक्शन टाइम कम ही होता है. बालाकोट का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हालात को बढ़ाए बिना एयर पावर का किस तरह इस्तेमाल होता है, बालाकोट इसका एक बड़ा उदाहरण था. 

“ड्रोन हमारे लिए थ्रेट नहीं बल्कि चुनौती”

वायुसेना एक तकनीक बेस सर्विस है. महिलाओं ने हमेशा मर्दो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. उम्मीद है कि और महिलाएं भी वायुसेना में शामिल होंगी. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि चुनौती बड़ी है इसीलिए तकनीक के साथ बढ़ना चाहिए. इसके आगे रहना है.उन्होंने कहा कि ड्रोन हमारे लिए थ्रेट नहीं एक चुनौती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वायुसेना भारत की अखंडता और एकता के लिए प्रतिबद्ध है.  

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