Exclusive: तीन दिन तक भूखे-प्यासे लड़ते रहे सुरक्षा बलों के जवान, IG ने बताया कि कैसे मारे गए 3 टॉप नक्सली कमांडर
रायपुर:
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में कुल 16 नक्सली मारे गए. इस मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली चलपति भी मारा गया. आईजी अमरीश मिश्रा ने The Hindkeshariको बताया कि, मौके पर 16 शव बरामद किए गए जिनमें से 11 की पहचान हुई है. सीसीएम चलपति के अलावा एससीएम जयराम उर्फ गुड्डू और तीसरा सबसे खतरनाक नक्सली सत्यम गावड़े भी मारा गया है.
आईजी अमरीश मिश्रा ने बताया कि, 19 तारीख की शाम को इनपुट मिला था कि, कुल्हाड़ीघाट की पहाड़ी में नक्सलियों के सीनियर कैडर का बड़ा ग्रुप है. पता चला कि नक्सलियों का ग्रुप एक बड़ी बैठक करने जा रहा है. बैठक में ओडिशा और छत्तीसगढ़ कैडर के बड़े नक्सलियों के शामिल होने की सूचना थी. इनपुट मिला था कि फंड कलेक्शन पंचायत चुनाव और बस्तर से लेकर सेफ कॉरिडोर बनाने के लिए बैठक बुलाई गई है.
उन्होंने बताया कि, यह आपरेशन तीन भाग में किया गया- प्लानिंग, टैक्टिकल स्ट्रेटेजी और मॉनिटरिंग. इनपुट था कि 25 से 30 बड़े नक्सली हैं. पूर्व में सीसीएम चलपति, जयराम उर्फ गुड्डू और सत्यम गावड़े के खिलाफ के कई ऑपेरशन हुए लेकिन सफलता नहीं मिली थी.
उन्होंने बताया कि, नक्सली बैठक कर चुके थे या करने जा रहे थे, तभी उन्हें घेर लिया गया. नक्सलियों के दो ड्रोन उड़ रहे थे. वे लोकल ड्रोन से सुरक्षा बलों पर नजर रखे थे. बहुत मुश्किल पहाड़ी के बीच एनकाउंटर हुआ. बहुत भारी फायरिंग हुई. डेढ़ से दो दिन के आपरेशन के लिए सुरक्षा बल निकले थे, तीन दिन तक एनकाउंटर चला. सुरक्षा बल के जवान भूखे-प्यासे लड़ते रहे. उनके हौसले बुलंद थे, उस पर कामयाबी मिली.
मिश्रा ने बताया कि, मौके पर 16 शव बरामद किए गए जिनमें से 11 की पहचान हुई है. सीसीएम चलपति के अलावा एससीएम जयराम उर्फ गुड्डू और तीसरा सबसे खतरनाक नक्सली सत्यम गावड़े भी मारा गया है. सत्यम गावड़े कोयलीबेड़ा का रहने वाला था. वह कई सालों से कोयलीबेड़ा का टॉप लेवल का कमांडर था. सत्यम सारे ऑपरेशन कोऑर्डिनेट करता था.
उन्होंने बताया कि, चलपति सन 1991 से सक्रिय था. वह आंध्र प्रदेश में एक एमएलए की हत्या का दोषी था. चलपति माओवादियों का स्ट्रेटेजी प्लानर था. वह फंड कलेक्शन अर्बन नक्सलिज्म को बढ़ाने का काम करता था. जयराम उर्फ गुड्डू लोगों को मोबिलाइज करने में माहिर था. सत्यम पर 25 अपराध दर्ज थे.
आईजी ने कहा कि, तीन बड़े नक्सलियों के मारे जाने से बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा. सभी मारे गए माओवादियों पर 5 करोड़ से ज्यादा का इनाम था. उन्होंने कहा कि, मार्च 26 तक माओवाद खत्म हो जाएगा. माओवाद के खत्म होने के बाद बस्तर की सुनहरी तस्वीर निखरेगी.