Exclusive: विनेश को टिकट क्यों, AAP संग गठबंधन क्यों नहीं? भूपेंद्र हुड्डा ने दिया हर सवाल का जवाब
हरियाणा:
हरियाणा में अगले महीने विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhan Sabha Chunav) है. राज्य में फिलहाल बीजेपी की सरकार है. कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पूरा दमखम लगा रही है. हरियाणा में इस बार किसकी हवा है, वहीं उम्मीदवारों को टिकट देने के पीछे कांग्रेस की क्या रणनीति रही, इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Hudda) ने एनडटीवी से खुलकर बात की. The Hindkeshariको दिए खास इंटरव्यू में उन्होंने क्या कुछ कहा, जानिए.
हरियाणा में मजबूत उम्मीदवारों को दिया टिकट
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में हवा है. 36 बिरादरी ये मन बना चुकी है कि आने वाली सरकार कांग्रेस पार्टी की होगी. ऐसा कोई नहीं है हमारे यहां , जो बैठने वाले थे सब बैठ गए. बाकी तो ढाई हजार आवेदन थे , अब उनमें से जो कुछ बचे हैं अब उनकी कितनी ताकत है, लेकिन जो जरूरी लोग थे तकरीबन बैठ चुके हैं. बीजेपी ने तो कोई आवेदन मांगा नहीं था. हमने बाकायदा आवेदन मांगा था और ढाई हजार लोगों ने आवेदन दिया था. 90 सीटों के लिए
जो टिकट का वितरण हुआ है वह ठीक हुआ है. मजबूत उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. स्क्रीनिंग कमेटी बैठी. हम सब ने देखा मुश्किल तो है सबको देखना है लेकिन हमें भी अंदाजा है.सर्वे करवाए गए और देखा गया कि किसकी कितनी ताकत है , जीताऊ और टिकाऊ मुख्य क्राइटेरिया रखा गया.
‘जय जवान, जय पहलवान’ का मतलब खिलाड़ियों से
हरियाणा का तो है ही जय जवान जय किसान . खेल के मैदान में देखिए या कॉमनवेल्थ गेम्स हो. देश में 38 गोल्ड मेडल आए,जिनमें 22 हरियाणा के थे.हरियाणा की आबादी तो देश की दो फीसदी है और ओलंपिक में 6 मेडल आए हैं, जिनमें चार हरियाणा के हैं. विनेश का तो सिल्वर मेडल हो गया था और गोल्ड भी हो सकता था लेकिन किसी कारण से नहीं हो पाया, उनको वहां हताशा मिली. मुझे लगा कि इस समय इसके साथ न्याय नहीं हुआ है. मैंने कहा था कि हमारे उतने विधायक नहीं है अगर हमारे उतने विधायक होते तो हम राज्यसभा में भेजते. जैसा मैंने कहा कि जय जवान जय पहलवान का मतलब खिलाड़ियों से है, ताकि बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिले कि हां हरियाणा सरकार हमारे पहलवानों के पीछे खड़ी है. पूरे हरियाणा की जनता उनके साथ खड़ी है और बाकी खिलाड़ियों को प्रेरणा मिले.
विनेश को इसलिए दिया टिकट
जो हमारी नीति थी, पदक लाओ और पद पाओ नीति, हमने डीएसपी में भर्ती की. इन्होंने (बीजेपी सरकार) एक भी नहीं किया. जो हम प्रोत्साहन देते थे वह नहीं किया. इन्होंने तो खेल नीति तक बदल दी. बजरंग पुनिया को टिकट नहीं देने के सवाल पर पर हुड्डा ने कहा कि यह इनका फैसला था कि दोनों में से एक को टिकट देना है. ये मेरी बात नहीं है.
इसलिए नहीं हुआ AAP से गठबंधन
राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन है, प्रांतीय स्तर पर कभी भी नहीं हुआ. अभी पार्लियामेंट के इलेक्शन हुए , उसके कुछ दिन पहले हरियाणा में आदमपुर का उपचुनाव हुआ था. उस समय आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया था, जिस इलाके से केजरीवाल आते हैं वहां इनको इनको 3000 वोट आए थे .आम आदमी पार्टी ने 2019 में जितने भी विधायक खड़े किए थे, सबकी जमानत जब्त हो गई थी.उस हिसाब से हमने प्रयास किया. हम चाहते थे लेकिन कई दफा नहीं हो पाता है, प्रांतीय स्तर पर गठबंधन नहीं था, तो कई बार बात नहीं बनती है. हमें कोई दिक्कत नहीं थी. सीपीएम ने मांगी थी तो हमने दे दिया. नहीं , मैं औकात तो नहीं कहता. मैं जायज मांग की बात कर रहा हूं वो मैं कहता हूं. बात नहीं बनी क्योंकि कांग्रेस पार्टी खुद में सक्षम है. हमने तो कहा ना हमें कोई एतराज नहीं था आम आदमी पार्टी से गठबंधन पर.सही बातों पर हो जाता तो अच्छा होता, लेकिन कई बार नहीं होता. राष्ट्रीय स्तर पर तो है ही हमारा गठबंधन.
क्रीमी लेयर बढ़ानी थी तो क्यों घटाई
हमारी सरकार थी तो क्रीमी लेयर 8 लाख की थी. जब बीजेपी सरकार आई तो इन्होंने 6 लाख कर दी. अब जब चुनाव आया तो फिर 8 लाख कर दिया, यह कौन सी नीति है. अगर 8 लाख ठीक थी तो 6 लाख क्यों किया. हम क्रीमी लेयर को बढ़ाकर 10 लाख तक करेंगे. कांग्रेस की पद्धति रही है कि चुनाव होगा , विधायक चुने जाएंगे , कांग्रेस के पर्यवेक्षक आएंगे , विधायकों का मत पूछेंगे और विधायक फैसला करेंगे. जो भी हाई कमान फैसला करेगा हमें मंजूर होगा.
दीपेंद्र हुड्डा के सवाल पर
दीपेंद्र हुड्डा के सवाल पर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि दीपेंद्र तो संसद में है, अभी वह काम करेंगे. किसी के मुकद्दर में होगा वह देखी जाएगी लेकिन आज की बात करिए. दीपेंद्र ने अलग से कोई यात्रा नहीं निकली , पार्टी ने कार्यक्रम तय किया था. वह इतनी बार सांसद रह चुके हैं. चार बार लोकसभा में रह चुके हैं एक बार राज्यसभा में रहे , उनका ( दीपेंद्र हुड्डा ) अपना अस्तित्व है.
कुमारी शैलजा मेरी बहन जैसी
जो कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखता है वह ऐसा नहीं करेगा. कुमारी शैलजा तो हमारी माननीय नेता हैं , हमारी बहन हैं. कोई अगर उनके बारे में बोलता है तो वह कांग्रेसी नहीं है. अगर कांग्रेस की विचारधारा में कोई यकीन रखता है वह ऐसा नहीं करेगा.अब किसने किया , क्यों किया , कोई बेवकूफ है. कांग्रेस में आस्था रखने वाला ऐसा कोई नहीं करेगा और ऐसे व्यक्तियों की कांग्रेस में कोई जगह नहीं है.शैलजा जी या किसी के बारे में भी कोई भी कहे, क्योंकि कांग्रेस की नीति है न जात पर न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर.
किसानों को MSP की लीगल गारंटी देंगे
बीजेपी ने वादा किया कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगनी कर देंगे. आमदनी तो दुगनी की नहीं, लागत कई गुना बढ़ा दी. आप याद करिए 2014 में डीजल का क्या भाव था, खाद का क्या भाव था, कीटनाशक दवाइयां का क्या भाव था लागत बहुत बढ़ गई इनकम नहीं बढ़ी. एमएसपी तो सेंट्रल गवर्नमेंट तय करती है, लेकिन कांग्रेस का जो रायपुर में अधिवेशन हुआ था उसमें यह कहा गया था , और कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी है कि कांग्रेस की सरकार आती है तो एमएसपी की लीगल गारंटी देंगे और C2 फार्मूले पर मूल्य निर्धारित करेंगे.जहां तक राज्य का सवाल है जो भी एमएसपी तय होगी. उस एमएसपी पर किसानों को एमएसपी मिले उससे कम किसी को नहीं मिले उससे संबंधित कोई कानून देखेंगे.
कांग्रेस अग्निवीर के खिलाफ
अग्नि वीर के हम इसके विरोध में हैं. नियमित भर्ती होनी चाहिए खास तौर पर हरियाणा में इसका बहुत नुकसान है.हरियाणा की जनसंख्या दो फीसदी है, लेकिन हर दसवां जवान हरियाणा से है और हर साल हरियाणा से कम से कम 5000 जवान भर्ती होते थे, लेकिन अग्नि वीर स्कीम आने के बाद 250 या 300 रह गए हैं. कोई युवा 4 साल फौज में रहे और उसकी पेंशन न हो , उसे और कोई सुविधा न मिले यह तो एक खिलवाड़ है न युवाओं के साथ.
हरियाणा में कांग्रेस को मिलेगा भारी बहुमत
देखिए कितनी सीटों का तो मैं नहीं कह सकता है. इतना मैं कह सकता हूं कि भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी. नंबर आप बताइए मैं ज्योतिषी नहीं हूं , लेकिन लोगों के मूड से बता रहा हूं कि कितनी भी हो सकती है, लेकिन भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी. तीन नेताओं के बारे में आप लोग बात करते हो , बाकी कांग्रेस में कोई दिक्कत नहीं है. एक साथ रैली क्यों नहीं करेंगे, करते भी रहे हैं.