Explainer: सलमान को सिद्धू मूसेवाला स्टाइल में मारने की थी प्लानिंग, पाकिस्तान से मंगवाए जा रहे थे हथियार

नई दिल्ली:
बॉलीवुड के ‘भाईजान’ सलमान खान (Salman Khan Firing Case) कहां, आते हैं और कहां जाते हैं, भले ही उनके परिवार को न पता हो लेकिन दुश्मन को उनकी पूरी खबर है. दुश्म सलमान की हर हरकत पर नजर रख रहा है. शायद लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) इंतजार कर रहा है उस एक मौके का, जब वह सलमान को निशाना बना सकें. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने अपनी चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया है कि बिश्नोई गैंग ने 25 लाख रुपए में सलमान खान की सुपारी ली है. सलमान की जान लेने के लिए लॉरेंस गैंग ने 18 साल से भी छोटे गुर्गे तैयार किए हैं. सलमान कब गैलेक्सी से निकलते हैं और कब अपने फार्महाउस जाते हैं, हर एक गतिविधि पर उनकी नजर है.
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कैसे हुई मूसेवाला की हत्या?
29 मई 2022, रविवार का दिन था, सिद्धू मूसेवाला अपनी काले रंग की थार से निकले थे. सड़क पर चलती मूसेवाला की गाड़ी पर पहले से घात लगाए बैठे गोल्डी बराड़ के गुर्गों ने गोलियों की ऐसी बौछार की कि वह खुद को बचा नहीं सके. सिद्धू ने अपनी गाड़ी बहुत दौड़ाने की कोशिश की लेकिन दुश्मन की गोलियों ने आखिरकार उनके सीने को छलनी कर ही दिया. अब दुश्मन बिल्कुल वैसे ही सलमान को निशाना बनाने की घिनौनी साजिश रच रहे हैं.
सलमान को मारने की ‘जहरीली’ साजिश
पुलिस की तरफ से दायर 350 पन्नों की चार्जशीट पिछले हफ्ते पनवेल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश की गई थी. जिसमें कहा गया है कि दुश्मन सलमान को उसी तरह से मारने की प्लानिंग कर रहे हैं, जैसे पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारा गया था. पाकिस्तान से एके-47, एके-90 जैसे खतरनाक हथियार मंगवाए जा रहे थे. ऐसा लगता है कि लॉरेंस गैंग कथित तौर पर किसी फिल्म की शूटिंग की तरह सलमान को निशाना बनाने के लिए उनके पनवेल फार्महाउस से निकलने का इंतजार कर रहा है.

पाकिस्तान से मंगवाए जा रहे थे हथियार
टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल फोन, व्हॉट्सएप ग्रुप फॉर्मेशन, टावर लोकेशन और प्रत्यक्षदर्शियों के ऑडियो और वीडियो कॉल की तकनीकी जांच समेत अन्य खुफिया जानकारी से ये भी पता चला है कि AK-47 समेत पाकिस्तानी हथियारों से सलमान को मारने की साजिश रची जा रही है. पुलिस के आरोप पत्र में बिश्नोई गिरोह के पांच सदस्यों, धनंजय तापसिंह उर्फ अजय कश्यप, गौतम विनोद भाटिया, वासपी महमूद खान उर्फ चीन, रिजवान हसन उर्फ जावेद खान और दीपक हवासिंह उर्फ जॉन वाल्मिकी के नाम शामिल हैं. इन सभी पर आपराधिक साजिश, उकसाने और आपराधिक धमकी का आरोप है.

विदेश में बैठे दुश्मनों की ‘भाईजान’ पर नजर
अप्रैल में जब पनवेल पुलिस इंस्पेक्टर नितिन ठाकरे को सलमान पर हमले की खुफिया जानकारी मिली, तब से पुलिस की नजर इस केस पर है. बताया जा रहा है कि लॉरेंस गैंग कथित तौर पर 15-16 सदस्यों के साथ एक व्हॉट्सएप ग्रुप के जरिए संपर्क में था. इस ग्रुप में बिश्नोई के कनाडा में रहने वाले चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बराड़, अजय कश्यप, विनोद भाटिया, वासपी महमूद खान उर्फ चीन और रिजवान हसन खान शामिल थे. वहीं पाकिस्तान के सुखा शूटर और डोगर की पहचान AK-47, M16 या M5 जैसे हथियारों आपूर्तिकर्ताओं के रूप में हुई है.

सलमान के घर के बाहर फायरिंग का मामला
14 अप्रैल को तड़के सलमान के लैविश गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो मोटरसाइल सवारों ने जमकर कोहराम मचाया था. उनकी फायरिंग की गूंज पूरे बॉलीवुड तक सुनाई दी. हालांकि शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए गुजरात से गिरफ्तार कर लिया था. कुल 6 लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए थे. वहीं अनुज थापन नाम के शख्स मे 1 मई को पुलिस हवालात में कथित रूप से फांसी लगाकर जान दे दी थी. फायरिंग के इस मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं.