Explainer: जापान के प्रधानमंत्री आवास को क्यों बताया जा रहा Haunted House?
नई दिल्ली :
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा (Shigeru Ishiba) ने अपने आधिकारिक आवास में ही रहने का फैसला किया है. इस घर को लगातार हॉन्टेड हाउस (Haunted House) बताया जा रहा है. इशिबा इसी साल अक्टूबर में जापान के प्रधानमंत्री चुने गए हैं. देश के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास अपने अंदर कई तरह की कहानियों को समेटे है और यहां रह चुके कई लोगों ने इससे जुड़े अजीबोगरीब अनुभव साझा किए हैं. यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री का यह आधिकारिक आवास अब भूतहा मकान के रूप में खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
क्या है इस इमारत की खासियत?
इस दो मंजिला मेंशन को मूल रूप से 1929 में पत्थरों और ईंटों से बनाया गया. 5183 वर्ग मीटर में फैली इस इमारत को शुरुआत में प्रधानमंत्री कार्यालय के रूप में बनाया गया था. इसकी आर्ट डेको डिजाइन 20वीं शताब्दी की शुरुआत में जापान के आधुनिकता की ओर परिवर्तन का प्रतीक थी. यह इंपीरियल होटल की स्थापत्य शैली से प्रेरित था, जिसे अमेरिकी आर्किटेक्ट फ्रैंक लॉयड राइट ने डिजाइन किया था. इंपीरियल होटल 1923 में पूरा हुआ था और इसने ग्रेट कांटो भूकंप का सामना किया था, जिसने टोक्यो के अधिकांश हिस्से को तबाह कर दिया था.
कई बड़ी घटनाओं से जुड़ा इतिहास
यह इमारत जापान के राजनीतिक इतिहास में कई उथल-पुथल भरी घटनाओं का गवाह रही है. 1932 में तत्कालीन प्रधानमंत्री त्सुयोशी इनुकाई के तख्तापलट के प्रयास के दौरान नौसेना के युवा अधिकारियों ने इसी इमारत में हत्या कर दी थी. वहीं इस घटना के चार साल बाद उस स्थान पर एक और सैन्य विद्रोह हुआ. तत्कालीन प्रधानमंत्री कीसुके ओकाडा एक कोठरी में छिपकर हत्या से बाल-बाल बचे, हालांकि विद्रोह के दौरान पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. प्रवेश द्वारों में से एक के ऊपर गोली का निशान उन घटनाओं की याद दिलाता है.
रेनोवेशन पर 8.6 बिलियन येन का खर्चा
दशकों की टूट-फूट के बाद इस इमारत का रेनोवेशन किया गया, जो 2005 में पूरा हुआ. जापान की सरकार ने प्रधानमंत्रियों के रहने योग्य शानदार स्थान बनाने के लिए आधुनिकीकरण के साथ मेंशन को पहले की तरह ही भव्यता बनाए रखने के लिए करीब 8.6 बिलियन येन खर्च किए. इसके बाद यह निवास 2005 से आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री का घर है.
भूतों की कहानियां और भयानक अनुभव
प्रधानमंत्री आवास लंबे समय से भूतों की कहानियों से जुड़ा रहा है. यह बातें मुख्य रूप से इसके हिंसक इतिहास से उपजी हैं. पूर्व प्रधानमंत्री त्सुतोमु हाटा की पत्नी यासुको हाटा ने 1996 के एक संस्मरण में यहां रहने के दौरान अपने भयानक अनुभवों को बताया है. उन्होंने एक “भयानक और दमनकारी उपस्थिति” को महसूस करने के बारे में बताया और दावा किया कि रात के दौरान बगीचे में सैन्य अधिकारियों की परछाई दिखती थी.
एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने कथित तौर पर शिंजो आबे को बताया कि उन्हें आवास में भूतों का सामना करना पड़ा था. हालांकि इसके बावजूद सरकारी अधिकारियों ने बार-बार इस तरह की बातों को खारिज कर दिया है. 2013 में प्रधानमंत्री के रूप में शिंजो आबे के दूसरे कार्यकाल के दौरान, आबे के इमारत में नहीं रहने के फैसले पर सवाल उठने के बाद सरकार ने भूत-प्रेत को लेकर किसी भी जानकारी से औपचारिक रूप से इनकार कर दिया था. आबे के बाद योशीहिदे सुगा ने भी यहां पर नहीं रहने का फैसला किया.
दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री बनने के बाद फुमियो किशिदा आधिकारिक प्रधानमंत्री आवास में रहे थे. किशिदा से भूतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि किसी का सामना नहीं किया और रात भर अच्छी नींद आई.