बिहार में बाढ़ का कहर, बुलेट पर घूम-घूमकर लोगों की मदद करते दिखे पप्पू यादव, पैसे भी बांटे, देखें VIDEO
बिहार में कई जगहों पर लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं. बाढ़ की वजह से लोगों की जिंदगी बड़े स्तर पर प्रभावित हो रही है. फिलहाल बिहार में राहत और बचाव कार्य जोरों पर है. वहीं दूसरी तरफ पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में घूम घूम कर लोगों से उनकी समस्या सुन रहे हैं. पप्पू यादव कई जगहों पर लोगों के बीच नगद राशि भी बांटते नजर आए.
बिहार में बाढ़ का कहर, बुलेट पर घूम-घूमकर लोगों की मदद करते दिखे पप्पू यादव#PappuYadav | #BiharFlood pic.twitter.com/GatgmRVZcn
— The HindkeshariIndia (@ndtvindia) October 1, 2024
बुलेट पर घूम-घूमकर की लोगों की मदद
पप्पू यादव के लोगों की मदद करने के कई वीडियो भी सामने आए हैं. इन वीडियो में पप्पू यादव को बुलेट पर देखा जा सकता है. पप्पू यादव अपनी बुलेट से ही लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं. बिहार में बाढ़ की वजह से जो हालात पैदा हुए हैं, उसके लेकर उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा. मंत्री कई कुछ कर रहे हैं, हेलीकॉप्टर अभी हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव में लगे हैं. वहां पर इस वक्त एक ही पार्टी के पास 25 हेलीकॉप्टर लगे हैं.
लोगों की जिंदगी कब बचेगी…
इसी के साथ पप्पू यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अरबों-खरबों खर्च होते हैं, लेकिन बाढ़ पर कब खर्च होगा. मिथिला, कोसी और सीमांचल के लोग कब बचेंगे. आम लोग की जिंदगी क्या ऐसे ही बर्बाद हो जाएगी. सारी फसल बर्बाद हो गई. जनता जानना चाहती है कि हम लोग कब तक भूखे रहेंगे. आखिर कब तक जात-पात और हिंदू-मुस्लिम की राजनीति होती रहेगी. जब ये बांध टूट गया तो कौन सा बांध बचेगा. जो इंजीनियर, अधिकारी यहां रहे, वो अरबपति और खरबपति हो गए. अभी तक एनडीआरएफ नहीं आया है वो कब आएंगे. खाना कब मिलेगा. जिंदगी कब बचेगी क्या ये सब चुनाव के बाद होगा.
बिहार के किन जिलों में बाढ़ का कहर
दरभंगा जिले में कोसी नदी और सीतामढ़ी में बागमती नदी सहित चार जिलों में सात स्थानों पर नदियों के तटबंध टूटने से सोमवार को कई हिस्सों में बाढ़ से स्थिति बिगड़ चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को जारी बयान के अनुसार गंडक कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में आयी बाढ़ के कारण 16 जिलों पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण एवं सहरसा के 55 प्रखण्डों में 269 ग्राम पंचायतों की करीब 9.90 लाख आबादी प्रभावित हुई है.