"हरदीप निज्जर मामले पर ध्यान 'केंद्रीत' करें", भारत से व्यापार वार्ता रुकने पर बोले कनाडा के मंत्री
खास बातें
- कनाडा के मंत्री ने निज्जर पर दिया बड़ा बयान
- भारत और कनाडा के बीच बंद है व्यापार वार्ता
- खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर भारत-कनाडा आमने-सामने
नई दिल्ली:
भारत और कनाडा के बीच व्यापार वार्ता इस साल सितंबर के बाद से बंद है. और इस स्थिति में अब जल्द ही कोई सुधार होते नहीं दिख रहा है. भारत और कनाडा के बीच चल रही राजनैयिक खींचतान के बीच कनाडा के एक मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. कनाडा के ट्रेड मिनिस्टर मैरी एन.जी ने कहा कि भारत के संबंधन बेहतर करने की जगह जरूरी है कि हम हरदीप निज्जर की हत्या के मामले पर ध्यान ‘केंद्रीत’ करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आपने मुझे सरकार के बारे में बात करते हुए सुना है कि यह कितना महत्वपूर्ण है… जांच होनी चाहिए, यह देखते हुए कि कनाडा की धरती पर एक कनाडाई की हत्या कर दी थी… इसलिए हम ऐसा होने देंगे.
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खास बात ये है कि भारत ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से अमेरिका को अवगत कराया है. भारत ने ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक में अपनी चिंताओं को रेखांकित किया था. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है.”
बता दें कि कुछ दिन पहले ही इस मामले पर भारत का रुख सामने आया था. कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार ने राजनयिक गतिरोध पर नई दिल्ली के रुख को दोहराया. उन्होंने ओटावा से खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में उनके आरोप का समर्थन करने वाले सबूत जारी करने की अपील की. भारतीय राजदूत ने यह टिप्पणी शुक्रवार को कनाडाई मंच, द ग्लोब एंड मेल के साथ एक इंटरव्यू में की.
‘कनाडा निज्जर की हत्या पर दिखाए ठोस सबूत’
भारतीय राजनयिक का यह बयान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के जून में निज्जर की हत्या में “भारत सरकार के एजेंटों” की संलिप्तता का आरोप लगाए जाने के बाद आया था. हालांकि भारत ने इन आरोपों को “बेतुका और प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया था. भारत ने कनाडा के फैसले पर पलट जवाब देते हुए एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था. कनाडा में भारतीय राजनयिक संजय वर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि निज्जर की हत्या में भारत की कथित संलिप्तता के बारे में कनाडा या उसके सहयोगियों ने भारत को ठोस सबूत नहीं दिखाए हैं.
‘अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत राजनयिकों की बातचीत सुरक्षित’
जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बीच भारत ने सितंबर महीने में अगले आदेश तक वीजा सेवाएं रोक दी थी, अब भारत ने कनाडा में चार श्रेणियों के लिए वीज़ा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं. निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका को सिरे से खारिज करते हुए संजय वर्मा ने कहा था कि राजनयिकों के बीच कोई भी बात सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत सुरक्षित होती है. इसको अदालत में सबूत के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता या सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि और आप अवैध वायरटैप की बात कर रहे हैं, आप मुझे दिखाइए कि आपने इन बातचीत को कैसे कैद किया.