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केजरीवाल से दोस्ती, राहुल से किनारा; आखिर दिल्ली में 'INDIA' के दल क्यों कर रहे AAP को सपोर्ट


नई दिल्ली:

इंडिया गठबंधन के कई घटक दल इस बार दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस से खिलाफ हैं. ये पार्टियां इस बार अरविंद केजरीवाल के साथ हैं. यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन वाला समाजवादी पार्टी ने तो आम आदमीं पार्टी के लिए प्रचार करने का फ़ैसला किया है. केजरीवाल के लिए सबसे पहले अखिलेश यादव ही खुल कर उनके समर्थन में आए. फिर तो सिलसिला ही चल पड़ा. पहले ममता बनर्जी, फिर लालू यादव, शरद पवार और उद्धव ठाकरे सबने बारी बारी से केजरीवाल का समर्थन किया. तर्क ये है कि दिल्ली में बीजेपी ये आम आदमीं पार्टी का ही मुक़ाबला है. वहीं बीजेपी को हरा सकती है. इसलिए सब उसके साथ है. इंडिया गठबंधन में शामिल दल एकमत हैं कि कांग्रेस इस चुनाव में बस वोटकटवा है. 

अखिलेश,ममता और लालू समेत ये पार्टियां कर रही सपोर्ट

अखिलेश यादव 30 जनवरी को दिल्ली पहुंच रहे हैं. वे अरविंद केजरीवाल के साथ मिल कर दो विधानसभा सीटों पर प्रचार करेंगे. किरारी और रिठाला में पूर्वांचल वोटरों का दबदबा है. पिछले दो चुनावों से किरारी सीट पर आम आदमीं पार्टी का क़ब्ज़ा है. इससे पहले के दो चुनावों नें बीजेपी के अनिल झा विधायक चुने गए थें. यही हाल रिठाला विधानसभा सीट का है. पिछले दो चुनावों से आम आदमीं पार्टी चुनाव जीत रही है. अखिलेश यादव के प्रचार करने से अरविंद केजरीवाल को फ़ायदा हो सकता है. कांग्रेस भी इन दोनों सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस को लेकर अखिलेश क्या कहते हैं. 

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गठबंधन बरकरार, मगर दिल्ली में नहीं है स्वीकार

इंडिया गठबंधन में शमिल कई पार्टियों ने आम आदमीं पार्टी का समर्थन किया है. पर इन पार्टियों के नेता अब तक अरविंद केजरीवाल के समर्थन में चुनाव प्रचार नहीं करने पहुंचे है. केजरीवाल का समर्थन करने वाली ममता बनर्जी से लेकर लालू यादव तक प्रचार से दुर रहे हैं. पर अखिलेश यादव तो खुल कर चुनावी प्रचार में आ गए हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कांग्रेस से उनका गठबंधन बरकरार है पर दिल्ली में वे साथ नहीं है. उनके करीबी समाजवादी पार्टी के नेता उदय वीर सिंह कहते हैं केजरीवाल की जीत लोकतंत्र के लिए बहुत ज़रूरी है. कांग्रेस यहाँ लड़ती नज़र नहीं आ रही है. कुछ सीटों पर भले ही उसे दो चार हज़ार वोट मिल जाए. 

दिल्ली में चुनाव प्रचार करने पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अरविंद केजरीवाल को यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी थी. तब सबसे पहले अखिलेश यादव ही उनके बचाव में उतरे थे. अखिलेश ने कहा था कि योगी यूपी में यमुना में किसी जगह डुबकी क्यों नहीं लगा लेते. सीएम योगी ने कहा था कि उन्होंने प्रयागराज के संगम में स्नान किया॥ पर क्या केजरीवाल यमुना में ऐसा कर सकते हैं. महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी ने सात उम्मीदवार उतारे थे. जबकि हरियाणा के चुनाव में कांग्रेस के समर्थन में समाजवादी पार्टी ने चुनाव न लड़ने की फ़ैसला किया था. पार्टी दिल्ली के चुनाव से भी ग़ायब है. पर ऐसा आम आदमी पार्टी के समर्थन में किया गया है



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