अमेरिका, फ्रांस, चीन से लेकर इटली तक… विश्व के 50 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों ने जीत पर नरेंद्र मोदी को दी बधाई
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए को मिली जीत को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की समेत दुनियाभर के 50 से अधिक नेताओं ने निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है. एनडीए को बहुमत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सरकार बना रहे हैं. एनडीए में शामिल दलों ने बुधवार को सर्वसम्मति से नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुन लिया.
अमेरिका, फ्रांस, श्रीलंका, मालदीव, ईरान और सेशेल्स के राष्ट्रपतियों और नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार तथा मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों ने नरेंद्र मोदी को बधाई संदेश भेजे हैं.
वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने ‘प्रिय मित्र’ नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी. मैक्रों ने अपने एक्स अकाउंट पर सेल्फी पोस्ट करते हुए लिखा, “भारत में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव संपन्न हो गया है. मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी को बधाई. हम साथ मिलकर भारत और फ्रांस को एकजुट करने वाली रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूती देंगे.”
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी ‘एक्स’ एक पोस्ट में मोदी को बधाई दी और कहा कि बीजिंग ‘‘स्वस्थ एवं स्थिर चीन-भारत संबंध” की उम्मीद कर रहा है.” भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने भी मोदी और राजग को जीत के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी, भाजपा और भाजपा नीत राजग को लोकसभा चुनाव में जीत पर बधाई. चीन-भारत के बीच सुदृढ़ और स्थिर संबंध के लिए भारतीय पक्ष के साथ संयुक्त प्रयास करने की उम्मीद है.”
जी-20 देशों में इटली और जापान के प्रधानमंत्रियों तथा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने चुनावी जीत पर मोदी को बधाई दी है.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘चुनाव में जीत पर नरेन्द्र मोदी को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं. मुझे पूरा विश्वास है कि हम इटली और भारत की मित्रता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे तथा विभिन्न मुद्दों पर सहयोग को और मजबूत करेंगे.”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत में आम चुनाव में भाजपा की जीत पर अपने समकक्ष नरेन्द्र मोदी को बधाई दी और उम्मीद जताई कि भारत-इजराइल संबंध ‘‘नई ऊंचाई” पर पहुंचेंगे. नेतन्याहू ने ‘एक्स’ पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनावों में सफलता मिलने पर हार्दिक बधाई. उन्होंने कहा, ‘‘भारत और इजराइल के बीच दोस्ती नई ऊंचाई की ओर बढ़ती रहे, यही कामना है. बधाई हो.”
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने संदेश में कहा कि वह मोदी के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं. मुइज्जू ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा और भाजपा नीत राजग को 2024 के आम चुनाव में लगातार तीसरी बार सफलता मिलने पर बधाई. मैं दोनों देशों की समृद्धि और स्थिरता के लिए अपने साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना चाहता हूं.”
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने संदेश में कहा कि वह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा, ‘‘निकटतम पड़ोसी होने के नाते श्रीलंका भारत के साथ साझेदारी को और मजबूत करने का इच्छुक है.”
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने भी मोदी के तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत-भूटान संबंधों के और प्रगाढ़ होने की उम्मीद जताई. उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘विश्व के सबसे बड़े चुनाव में लगातार तीसरी बार सफलता के लिए मेरे मित्र प्रधानमंत्री मोदी और राजग को बधाई. वह भारत को नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं. मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.”
रूस-यूक्रेन युद्ध के संबंध में एक अंतरराष्ट्रीय शांति शिखर सम्मेलन 15-16 जून को स्विट्जरलैंड के बर्गेनस्टॉक रिजॉर्ट में आयोजित होना है. हाल में नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से जब पूछा गया कि क्या भारत शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेगा, तो उन्होंने कहा था, ‘‘हमें स्विट्जरलैंड से निमंत्रण मिला है. हमने अभी इसमें शामिल होने के बारे में निर्णय नहीं लिया है.”
तिब्बती आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा ने भी निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग को लोकसभा चुनावों में सफलता के लिए बधाई दी. उन्होंने एक पत्र में कहा, ‘आप एक नए कार्यकाल के लिए पदभार ग्रहण करने की तैयारी कर रहे हैं, मैं कामना करता हूं कि इस महान राष्ट्र के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में आपकों सामने आने वाली चुनौतियों से पार पाने में निरंतर सफलता मिले.’
नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत में तीसरी बार शपथ लेने की तैयारी में हैं. भाजपा को हालांकि चुनावों में बहुमत नहीं मिला, लेकिन पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 543 में से 293 सीट हासिल कीं. निचले सदन में बहुमत का आंकड़ा 272 है. भाजपा 240 सीट और कांग्रेस 99 सीटों पर विजयी रही है. 2014 के बाद भाजपा पहली बार अपने दम पर 272 के जादुई आंकड़े को हासिल नहीं कर पाई.