उत्तर प्रदेश में गंगा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का होगा विस्तार, अब इन जिलों में भी जाएगा एक्सप्रेसवे
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट की एक बैठक प्रयागराज में हुई. महाकुंभ के आयोजन को देखते हुए यह बैठक आयोजित की गई. इसमें योगी सरकार ने कई फैसले लिए. इसमें प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों के विकास का खांका खिंचा गया. यूपी सरकार ने प्रयागराज विंध्य क्षेत्र और वाराणसी विध्य क्षेत्र का गठन, गंगा एक्सप्रेस वे का मध्य प्रदेश की सीमा तक और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी विस्तार रीवा तक करने का फैसला किया गया. इसका मकसद प्रयागराज और चित्रकूट में विकास को और रफ्तार देना है.
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के फैसले
कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी. उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. गंगा नदी पर छह लेन का पुल बनाया जा रहा है. प्रयागराज को झूसी से जोड़ने के लिए एक और चार लेन का पुल बनाया जाएगा. यमुना नदी पर एक और सिग्नेचर ब्रिज बनाया जाएगा.”
दरअसल योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2019 में प्रयागराज में आयोजित अर्धकुंभ में भी कैबिनेट बैठक आयोजित की थी. इसी बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे को निर्माण को मंजूरी दी गई थी. यह एक्सप्रेस वे मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुडापुर दादू गांव तक जाएगा. करीब 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजर रहा है. ये जिले हैं मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज. यह एक्सप्रेसवे छह लेन का है. इसे बढ़ाकर आठ लेन तक किया जा सकता है. यह परियोजना 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की है.
तीर्थराज प्रयाग में पत्रकार बंधुओं से वार्ता… https://t.co/BQ9wEvB1AG
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 22, 2025
विकास को मिलेगी रफ्तार
योगी सरकार ने भले ही इसके विस्तार का फैसला अब लिया है. लेकिन इसके विस्तार पर काम बहुत पहले से चल रहा था. इसके विस्तारित चरण के सर्वे का काम पूरा भी हो चुका है. दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर, भदोही होते हुए वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा.वाराणसी और चंदौली से गंगा एक्सप्रेसवे सोनभद्र को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ेगा. इसका दूसरा चरण पूरा हो जाने के बाद यह 900 किमी से अधिक लंबा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से एनसीआर के इलाकों से बिहार के लिए एक नया रूट भी मिल जाएगा. इस चरण के प्रयागराज-विंध्य-काशी एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाएगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बिहार की सीमा तक गया है.पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेस वे के मिल जाने से पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को बिहार तक जाने का एक और वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा.
इसके साथ ही योगी कैबिनेट ने गंगा एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना का ऐलान किया है.इससे चित्रकूट और प्रयागराज जुड़ जाएंगे. इससे रोड कनेक्टिविटी और बेहतर होने वाली है.बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा से शुरू होकर औरैया, जालौनस हमीरपुर,महोबा और बांदा होते हुए चित्रकूट तक जाएगा. यह करीब 300 किमी लंबा है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश की सीमा तक जाएगा.
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