साहसी पीढ़ी में सपने देखने की हिम्मत… डी गुकेश को वर्ल्ड चेस चैंपियन बनने पर गौतम अदाणी ने दी बधाई
नई दिल्ली:
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने 18 साल की उम्र में वर्ल्ड चेस चैंपियन बन गए हैं. उन्होंने गुरुवार को सिंगापुर में चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया. गुकेश ऐसा करने वाले दुनिया के सबसे युवा चेस प्लेयर हैं. इतिहास रचने के बाद गुकेश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी हैं. वहीं, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने भी डी गुकेश को इस शानदार उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी हैं.
गौतम अदाणी ने X हैंडल पर भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश के लिए पोस्ट लिखा है. अदाणी ने लिखा, “अद्भुत! डी गुकेश आपने महज़ 18 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है! क्या उपलब्धि है. सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व चैंपियन, जिन्होंने महान डिंग लिरेन को हराया!”
Stunning! At just 18, @DGukesh has made history! What an achievement – the youngest-ever undisputed classical chess world champion, beating the great Ding Liren!
This isn’t just a victory – it is a defining moment for India’s chess revolution, where an entire bold generation of… pic.twitter.com/EUkYbMsTS8
— Gautam Adani (@gautam_adani) December 12, 2024
अदाणी ने आगे लिखा, “यह सिर्फ एक जीत नहीं है. यह भारत की शतरंज क्रांति के लिए एक निर्णायक पल है, जहां चैंपियनों की एक पूरी साहसी पीढ़ी सपने देखने की हिम्मत करती है. पूरे देश को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. बधाई हो गुकेश!”
गुकेश ने चीनी खिलाड़ी को 14वें गेम में हराकर टाइटल जीता है. 25 नवंबर को चैंपियनशिप का फाइनल शुरू हुआ था. 11 दिसंबर तक दोनों के बीच 13 गेम खेले गए. तब तक स्कोर 6.5-6.5 से बराबर था. गुकेश ने आज 14वें गेम में स्कोर 7.5-6.5 कर दिया.
विश्वनाथन आनंद के बाद वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले गुकेश दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. विश्वनाथन आनंद 2012 में चेस चैंपियन बने थे. गुकेश से पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में खिताब जीता था. इस जीत के इनाम के तौर पर गुकेश को 18 करोड़ रुपये भी मिलेंगे.
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)