गीता, शिव, ओम… 3 बार अंतरिक्ष गईं, साथ क्या-क्या ले गईं सुनीता विलियम्स, जानिए

सुनीता विलियम्स की पहली अंतरिक्ष यात्रा- 9 दिसंबर 2006
सुनीता विलयम्स फ़्लाइट इंजीनियर के तौर पर 11 दिसंबर 2006 से लेकर 22 जून 2007 तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर रहीं . उस समय उन्होंने महिलाओं के लिए स्पेसवॉक में रिकॉर्ड बनाया था. कुल चार स्पेस वॉक में 29 घंटे, 17 मिनट उन्होंने स्पेस स्टेशन से बाहर बिताए थे. खास बात ये थी कि अपने पहले अंतरिक्ष मिशन पर वह अपने साथ भगवद्गीता की एक प्रति लेकर गई थीं.
सुनीता विलियम्स की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा- 14 जुलाई 2012
पहले स्पेस मिशन के 6 साल बाद सुनीता साल 2012 में एक बार फिर से अंतरिक्ष में गईं. कजाकिस्तान के बाइकानोर कॉस्मोड्रोम में रूस और जापान के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ 14 जुलाई, 2012 को उन्होंने उड़ान भरी. वह चार महीने तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में रहीं और तमाम शोध किए. उन्होंने इस दौरान कुल 50 घंटे 40 मिनट की तीन स्पेसवॉक कीं और अंतरिक्ष स्टेशन की मरम्मत भी की. वह 127 दिनों के बाद 18 नवंबर, 2012 को क़ज़ाकिस्तान में उतरीं. इस अंतरिक्ष दौरे में सुनीता विलियम्स अपने साथ ओम का निशान, भगवान शिव की एक पेंटिंग और उपनिषद की कॉपी लेकर गई थीं.
सुनीता विलियम्स की तीसरी अंतरिक्ष यात्रा- 5 जून 2024
सुनीता विलियम्स तीसरी बार 5 जून, 2024 यानी कि पिछले साल अंतिरिक्ष में मिशन पर पहुंचीं. उन्होंने अमेरिका के केप कैनेवेरल के कैनेडी स्पेस स्टेशन से बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में एटलस वी रॉकेट के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. वो बोइंग के स्टारलाइन स्पेसक्राफ्ट की पहली टेस्ट फ्लाइट भी थी. उनको 10 दिन बाद भी पृथ्वी पर वापस लौटना था. लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के प्रोपल्शन सिस्टम में दिक्कत आ गई. जिसके बाद से वह 9 महीने बाद भी स्पेस में ही हैं. लेकिन अब वह पृथ्वी पर वापस आने वाली हैं. इस बार वह अपने साथ भगवान गणेश की मूर्ति लेकर गई हैं. उन्होंने The Hindkeshariको बताया था कि वो अपने साथ भगवान गणेश की एक मूर्ति ले जाएंगी, क्योंकि वह भगवान गणेश को अपने लिए लकी मानती हैं.