गिरिराज और नित्यानंद राय, समझिए मोदी ने दोनों को फिर क्यों बनाया मंत्री?
नरेंद्र मोदी आज शाम तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में होगा. लेकिन सबकी निगाहें मोदी कैबिनेट में सीटों के बंटवारे पर है. बीजेपी के गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, राजभूषण चौधरी, जेडीयू के ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर, HAM से जीतन राम मांझी और एलजेपीआर से चिराग पासवान मंत्री के तौर पर मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं.
केंद्रीय मंत्रीमंडल में जितने लोगों को जगह मिलेगी यह पहले से ही तय माना जा रहा था. एलजेपी(R) से चिराग पासवान, हम से जीतनराम मांझी का मंत्रीमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है. ललन सिंह 2000 से राज्यसभा या लोकसभा के सदस्य रहे हैं. बीच में 2014 में हार के बाद ललन सिंह नीतीश सरकार में मंत्री रहे हैं.
गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय एक बार फिर केंद्र में मंत्री बनेंगे. गिरिराज सिंह भुमिहार और नित्यानंद राय यादव जाति आते हैं. गिरिराज सिंह पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं और नित्यानंद राय अमित शाह के करीबी है. नित्यानंद पहले केंद्रीय गृहराज्य मंत्री थे और अमित शाह के साथ काम कर चुके हैं. बिहार में आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखने हुए मंत्री मंडल में बिहार के नेताओं को अहमियत दी गई है.
विपक्ष पर अपने तीखे बयानों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा नेता गिरिराज सिंह (71) इस बार किसी विवादित बयान के कारण नहीं, बल्कि अपनी चुनावी रणनीति के कारण सुर्खियों में हैं. गिरिराज सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अवधेश कुमार राय को 81 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराकर बेगूसराय सीट पर जीत दर्ज की.
बिहार की 40 लोकसभा सीट में से एक बेगूसराय सीट पर वर्ष 2014 के आम चुनाव में भाजपा के भोला सिंह ने और वर्ष 2019 में गिरिराज ने जीत दर्ज की थी. हिन्दुत्व का झंडा बुलंद करने वाले गिरिराज सिंह को प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है.
ये भी पढ़ें:-
PM Modi Shapath Grahan Samaroh LIVE updates: शपथ ग्रहण से पहले पीएम मोदी की संभावित मंत्रियों से चाय पर चर्चा