'सोने की चिड़िया' है अमेरिका… दुनिया में किस देश में रखा है कितना सोना, जानें

अमेरिका में सरकारी खजानों में रखे सोने के ऑडिट की तैयारी की जा रही है. हो सकता है कि ये ऑडिट वीडियोग्राफी के जरिए किया जाए. दरअसल, अक्सर ही सरकारी जगहों पर रखे सोने की हिफाजत को लेकर अफवाहें उड़ती रहती है और इस वजह सरकार तरफ से समय-समय पर सोने की मात्रा और उसकी बुक वैल्यू को लेकर जानकारी भी आम लोगों के लिए जारी होती है.
DOGE कर रहा इस ऑडिट की तैयारी
बता दें कि एलन मस्क के DOGE इस ऑडिट की तैयारी कर रहा है. बता दें कि सोना गायब होने की कहानियों के बीच सरकार समय समय पर अपने रिजर्व में रखे सोने और सिक्कों के बारे में रिपोर्ट जारी करती रहती है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक केंटुकी के Fort Knox में इस वक्त 41लाख 75 हजार 884 किलो सोना रखा है, जिसकी बुक वैल्यू 6.2 अरब डॉलर है.
वेस्ट प्वॉइंट मिंट में है इतना सोना
वहीं, न्यूयॉर्क की वेस्ट प्वॉइंट मिंट में 15 लाख 30 हजार 874 किलो सोना है, जिसकी बुक वैल्यू 2.2 अरब डॉलर है. डेनवर की टकसाल में 12 लाख 41 हजार 709 किलो सोना है, जिसकी बुक वैल्यू 1.8 अरब डॉलर है. टकसालों के पास सोने के सिक्के ढालने के लिए इस वक्त 76 हजार 543 किलो सोना है. इसकी बुक वैल्यू 11 करोड़ 75 लाख डॉलर के आसपास बैठती है.

न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व में है इतना सोना
फेडरल रिजर्व के न्यूयॉर्क वॉल्ट में एक तरफ 3 लाख 77 हजार 48 किलो सोना है, जिसकी बुक वैल्यू 13.3 अरब डॉलर और दूसरी तरफ 2080 किलो सोना है, जिसकी बुक वैल्यू 31 लाख डॉलर के आसपास है. फेडरल रिजर्व में डिस्प्ले पर जो सिक्के हैं उनमें से एक तरफ 56 किलो के आसपास हैं, जिसकी बुक वैल्यू 85 हजार डॉलर और दूसरी तरफ तकरीबन 11 किलो सोना है, जिसकी बुक वैल्यू है 16 हजार डॉलर है.

2024 तक अमेरिका के पास था दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार
बता दें कि बुक वैल्यू बाजार मूल्य पर नहीं बल्कि 1973 में एक कानून के तहत तय की गई कीमत होती है. इस वक्त जो कीमत है वो बुक वैल्यू के हिसाब से 62 गुना है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक 2024 तक अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार था, जो 81 लाख किलो है.

दुनिया के दूसरे देशों के पास है इतना सोना

बेशक अमेरिकी डॉलर दुनिया की सबसे बड़ी हार्ड करेंसी है यानी कहीं भी ये चल सकता है. लेकिन जब डॉलर नहीं चलेगा तब सोना ही काम आएगा. बता दें कि सोना केवल बचत का ही नहीं बल्कि दुनिया में बचाव का भी सबसे बड़ा साधन है.