Ground Report: बुंदेलखंड में इस बार भी अलग राज्य की मांग मुख्य चुनावी मुद्दा
LokSabha Elections: बुंदेलखंड क्षेत्र की चारों लोकसभा सीटों पर चुनावी अभियान तेज हो गया है, मतदान में अब सिर्फ एक हफ्ते का वक्त बचा है. इस बार फिर यहां चुनाव में एक अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग एक चुनावी मुद्दा बन गया है. दरअसल, बुंदेलखंड क्षेत्र में एक अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग पुरानी है और इस क्षेत्र में हर चुनाव में यह एक चुनावी मुद्दा बनता रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कई राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों में एक अलग बुंदेलखंड राज्य का वादा किया था और अब 5 साल बाद एक बार फिर बुंदेलखंड क्षेत्र में 2024 के चुनावी अभियान में इसकी गूंज सुनाई दे रही है. बता दें कि बुंदेलखंड में पानी की समस्या भी बहुत लंबे समय से यहां रहने वाले लोगों की बड़ी परेशानी बना हुआ है.
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चुनावों में कांग्रेस खुलकर कर रही इस मांग का समर्थन
बुंदेलखंड क्षेत्र के केंद्र बिंदु झांसी शहर में राजनीतिक सरगर्मियां जोर पर हैं. 20 मई को मतदान होना है और इससे पहले हर तरफ चर्चा राजनीति और नेताओं के वादे को लेकर हो रही है. झांसी शहर से गरीब 50 किलोमीटर दूर ललितपुर जिले में कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रहे प्रदीप जैन आदित्य जैन बहुल इलाके में चुनावी अभियान में जुटे हैं. प्रदीप जैन The Hindkeshariसे कहते हैं कांग्रेस एक अलग बुंदेलखंड राज्य के गठन का समर्थन करती है. कांग्रेस ने इस बार बुंदेलखंड के पिछड़ेपन को चुनावी मुद्दा बनाया है. कांग्रेस खुलकर बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग का समर्थन कर रही है. झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप जैन आदित्य ने The Hindkeshariसे कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से बुंदेलखंड राज्य के साथ है. पिछली बार कहा गया कि 3 साल के अंदर बनेगा, लेकिन कुछ हुआ नहीं. मैं चाहता हूं एक अलग बुंदेलखंड प्रांत बने, जिससे हमारे स्वाभिमान को कोई ललकार नहीं सके.
बसपा उम्मीदवार ने समर्थन में कही ये बात
झांसी संसदीय क्षेत्र में बसपा उम्मीदवार रवि प्रकाश कुशवाहा भी इस मांग के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि बसपा ने मायावती सरकार के कार्यकाल के दौरान ही इस पर काम किया था. गेंद केंद्र सरकार के पाले में है, जितना छोटा राज्य होगा, विकास अच्छा होगा. देखिए उत्तराखंड ने कितनी प्रगति की है.
बीजेपी उम्मीदवार ने राय अलग रखते हुए कही ये बात
बीजेपी की राय कांग्रेस और बसपा से बिल्कुल अलग है. झांसी संसदीय क्षेत्र में लगातार दूसरी बार बीजेपी के उम्मीदवार अनुराग शर्मा ने The Hindkeshariसे कहा कि हम लोगों को आंध्र प्रदेश-तेलंगाना जैसा बंटवारा नहीं चाहिए. अलग बुंदेलखंड राज्य तब बने जब यह इलाका विकसित हो जाए और सभी लोग इस सोच के साथ जुड़ जाएं.आंध्र प्रदेश-तेलंगाना को हमेशा केंद्र सरकार से पैसा मांगना पड़ता है. अलग बुंदेलखंड राज्य तब हो जब हम अपने पैर पर खड़े हो.
अलग राज्य बनने से होगा विकास : किसान
झांसी से जालौन के रास्ते में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर हमें उरई के किसान नीरज यादव मिले. नीरज यादव कहते हैं उनके इलाके के सभी लोग बुंदेलखंड राज्य की मांग का समर्थन करते हैं. एक अलग बुंदेलखंड राज्य बनने से इस पिछड़े इलाके का विकास होगा…रोजगार के अवसर पैदा होंगे. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय ने The Hindkeshariसे कहा कि सभी समस्याओं का एक ही हल है. एक अलग बुंदेलखंड राज्य. दो मुख्य दलों ने इसका समर्थन किया है. हम चाहते हैं कि 100 दिन के अंदर नई सरकार के गठन के बाद इस दिशा में ऐलान हो. अब देखना महत्वपूर्ण होगा कि जून में गठित होने वाली नई सरकार इस मांग से कैसे निपट्टी है.