दो अमेरिकी बंधकों को "मानवीय आधार" पर रिहा किया गया : हमास
गाजा पर शासन कर रहे फिलिस्तीनी आतंकवादी ग्रुप हमास ने शुक्रवार को कहा कि उसकी आर्म्ड विंग ने सात अक्टूबर को इजराइल में ग्रुप द्वारा किए गए हमलों के दौरान बंदी बनाए गए करीब 200 लोगों में से दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया है.
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हमास ने टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “कतर की कोशिशों के जवाब में, (एज़ेदीन) अल-कसम ब्रिगेड ने मानवीय कारणों से दो अमेरिकी नागरिकों (एक मां और उसकी बेटी) को रिहा कर दिया.” इस्लामी समूह ने यह नहीं बताया कि बंधकों को कब और कैसे रिहा किया गया.
इजरायली सेना ने शुक्रवार को पहले कहा था कि गाजा में अगवा किए गए लोगों में से अधिकांश अभी भी जीवित हैं. सेना ने एक बयान में कहा, “अधिकांश बंधक जीवित हैं. कुछ शव भी गाजा पट्टी ले जाए गए थे.”
सेना ने कहा कि 20 से अधिक बंधक नाबालिग हैं. जबकि 10 से 20 बंधकों की आयु 60 वर्ष से अधिक है. सेना ने कहा है कि हमास के हमलों के बाद से 100 से 200 लोग लापता माने जा रहे हैं.
इजरायली अधिकारियों के मुताबिक सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकी गुट हमास ने इजरायल पर घातक हमला किया था. यह हमला देश के 75 साल के इतिहास में सबसे भयानक हमला था. इसमें 1400 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर आम नागरिक थे.
हमास द्वारा संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल ने लगातार जवाबी बमबारी की है. इससे गाजा पट्टी में कम से कम 4137 लोग मारे गए हैं और इनमें से ज्यादातर आम लोग हैं.
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