हाथरस वाले भोले बाबा का खुला काला चिट्ठा: शराब से लेकर शबाब तक का है आदी, चश्मदीद ने खोली पोल
नई दिल्ली:
हाथरस हादसे में मरने वालों की संख्या 121 पहुंच गई है. इस घटना के बाद से ही भोला बाबा फरार है. पुलिस ने इस हादसे को लेकर मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. इस बीच बाबा के आश्रम में रहने वाले रंजीत सिंह नाम के एक चश्मदीद ने भोले बाबा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है. रंजीत सिंह ने The Hindkeshariसे किए खुलासे में अपनी बात रखी.
रंजीत सिंह ने कहा कि मेरे पापा इनके आश्रम में 15 साल रहे हैं. भोले बाबा का जहां गांव है हम वहीं से हैं. मेरा बचपना उसी गांव में गुजरा है. बाबा के पिताजी नन्हें बाबू थे, जो किसान थे. पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए. एजेंट इकट्ठा करने के बाद बाबा ने उनको पैस दिया. इसके बाद यहां लोग आने शुरू हुए. ये एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है. जैसे बाबा बोलते थे उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे. ऐजेंट बाबा के हाथ में बाबा चक्र तो कभी हाथ में त्रिशूल दिखने की बात करके जनता को भ्रमित करते थे.
“एजेंटों से अपनी तारीफ करवाता है बाबा”
रंजीत सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे बाबा अपने एजेंटों को देश के दूसरे राज्यों में भेजकर वहां अपने सत्संग आयोजित कराने लगा. धीरे धीरे करके बाबा ने अपनी खुदकी फौज भी तैयार कर ली. भोली भाली जनता को इनके द्वारा तैयार किए गए एजेंट बाबा की महिमा का ऐसा गुनगान करते थे कि वो जनता इन्हें भगवान की तरह देखने लगी.
“नशे और लड़कियों का आदी है भोला बाबा”
उन्होंने आगे बताया कि बाबा के आश्रम में 16-17 साल की कई लड़कियां रहती है जिन्हें ये अपनी शिष्या बताता है. वो इन लड़कियों से गलत काम भी करवाता है. साथ ही बाबा सिगरेट और शराब का आदि है. ये बाबा नहीं बल्कि पाखंडी बाबा है. बहादुरनगर में कई लोगों की मौत हुई है जो मैंन भी देखी है. जिन लोगों की मौत हुई ना उनके शव का कोई पता नहीं लगा है. बाबा को जब लगा कि अब वह फंस सकता है तो उसने यहां से अपना आश्रम भी शिफ्ट किया है. यह बाबा पहले एक बार जेल भी गया है. इस बाबा ने पहले कहा था कि ये लड़की को जिंदा कर देगा. उसी केस में वो जेल भी गया है.
“बाबा ने अपने आश्रम में कराया है अवैध निर्माण”
आज बाबा के एजेंट इतने हैं कि वो लोगों को इतना भ्रमित करके रखा है कि बाबा जो भी गलत काम करता है, उसे उनके एजेंट सही करके बताते हैं. आज यहां गलत तरीके से गलत पैसा आ रहा है. बाबा ने अवैध निर्माण करवाया है. बाबा ने गांव में अवैध कब्जा कर रखा है. बाबा के साथ उसकी पत्नी उसके षड्यंत्र में लिप्त है. बाबा के साथ काफी बड़े बड़े लोग शामिल है. बाबा के पास इतना पैसा कहां से आ रहा है ये किसी को पता नहीं है. यहां पर एक एक ट्रक सामान आ रहा है ये भी किसी को नहीं पता.
“बाबा की अपनी है फोर्स “
बाबा अपने आश्रम में किसी गांव वाले को नहीं आने देता. बाबा को लगता है कि कोई गांव का आदमी अगर उसके आश्रम में उसके साथ रहने लगा तो वो उसका सारा भेद खोल देगा. बाबा ने अपनी फोर्स बनाई हुई है जिसे वो अलग से वर्दी देता है. बाबा सफेद कपड़ा इसलिए पहनता है क्योंकि वह खुदको पाक-साफ बताना चाहता है. वो खुदको भगवान बताना चाहता है. भोले बाबा का ये सब एक ढोंग है. काफी लोग इसके बारे में जान चुके थे तो वो इनसे अलग हो गए.
“बाबा के आश्रम में किसी लोकल की एंट्री बंद है”
रंजीत सिंह ने आगे कहा कि मेरे पापा को इस बाबा ने धमकी भी दी थी. इसने कहा कि मैं तुम्हे बहुत पैसा दूंगा तुम मेरे पास आ जाओ. बाबा कम उम्र की लड़कियों के साथ गलत काम भी करता है. हम इसके पुराने आश्रम में भी आते थे. बाबा बहादुरनगर के आश्रम में किसी भी लोकल की एंट्री नहीं होने देता बाबा. अगर कोई भी बाहर का आदमी दिखता है तो सारी चीजें को बंद कर दिया जाता है. अगर पुलिस ही आश्रम की तरफ आते दिखती है तो पहले लड़कियों को पीछे के रास्ते से भगा देता है और आश्रम को बंद कर देता है.
“दूसरों के नाम पर बाबा ने खरीदी है कई गाड़ियां “
इसके पास इतनी गाड़ियों हैं जिसकी गिनती नहीं है. ये दूसरे के नाम पर गाड़ियां खरीदी हैं. इस बाबा ने अपने नाम पर कोई गाड़ी नहीं है. ये बसें भी दूसरे के नाम पर खरीदी हैं. आज सिकंदराराऊ में जो हुआ है उसका जिम्मेदार वो खुद ये बाबा है. इसके पास ना तो कोई शक्ति है ना ही इसके पास कोई चमकत्कार है. इसके एजेंटों ने भ्रमजाल फैलाकर इसका एक साम्राज्य खड़ा किया है. जो लोग मरे हैं उसका जिम्मेदार ये बाबा है.