भारी बारिश… तूफानी हवा… हाई अलर्ट, तमिलनाडु-पुडुचेरी के समुद्र तट पर पहुंचा चक्रवात 'फेंगल'

नई दिल्ली:
चक्रवात फेंगल (Cyclone Fengal) ने तमिलनाडु और पुडुचेरी तट के पास दस्तक देना शुरू कर दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवाती तूफान अगले तीन से चार घंटों में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार करने की संभावना है. तूफान के कारण हुई भारी बारिश और तेज हवाओं ने भूस्खलन से पहले चेन्नई में उड़ान और ट्रेन सेवाओं को बाधित कर दिया है. शहर के कई अस्पतालों और घरों में भी पानी भर गया.
तमिलनाडु के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और शनिवार को शक्तिशाली चक्रवाती तूफान से पहले सैकड़ों लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए.
इसके साथ ही पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हटाया गया है और प्रशासन ने स्थानीय निवासियों को चक्रवात के लिए तैयार रहने के लिए आगाह करने के लिए एसएमएस अलर्ट भेजा है.
55 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द
चेन्नई एयरपोर्ट का एक हिस्सा जलमग्न हो गया और कई उड़ानें रद्द होने से सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है.
चेन्नई में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दो रनवे और टैक्सीवे (विमानों का हवाईपट्टी पर आने का रास्ता) जलमग्न हो गए हैं, जिससे कम से कम 55 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं और 19 अन्य का मार्ग बदल दिया गया. इससे पहले दिन में जब हवाईअड्डा चालू था, तब कम से कम 12 विमानों ने देरी से उड़ान भरी.
ट्रेन, रेल और विमान सेवाएं प्रभावित
इसके साथ ही हैदराबाद में भी कम से कम 20 उड़ानें रद्द कर दी गईं. यह उड़ानें चेन्नई और तिरूपति से आने-जाने वाली सेवाएं थीं. भारी बारिश के कारण चेन्नई में ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुईं हैं. वहीं दक्षिणी रेलवे ने अपनी कई सेवाओं में बदलाव की घोषणा की है.
चेन्नई में मरीना और मामल्लपुरम सहित अन्य प्रसिद्ध समुद्र तटों तक लोगों की पहुंच को बंद करने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए.

इसके साथ ही भारी बारिश से संबंधित एक घटना में चेन्नई के एक एटीएम से नकदी निकालने की कोशिश कर रहे एक प्रवासी श्रमिक की कथित तौर पर बिजली के करंट की चपेट में आने से मौत हो गई.
समुद्र से दूर रहने का किया आग्रह
मौसम पूर्वानुमान में मछली पकड़ने वाले दलों को समुद्र से दूर रहने का आग्रह किया गया है और एक मीटर ऊंची लहरें उठने की अनुमान जताया गया है, जिससे निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
फेंगल इस सप्ताह की शुरुआत में श्रीलंका के तट से टकराया था, जिसमें छह बच्चों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी.