हिंडनबर्ग का SEBI की विश्वसनीयता पर हमला, चेयरपर्सन के चरित्र हनन की कोशिश : बुच दंपति
मुंबई:
बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच एवं उनके पति धवल बुच ने रविवार को कहा कि अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च सेबी की विश्वसनीयता पर हमला करने और चेयरपर्सन का चरित्र हनन करने की कोशिश कर रही है.
हिंडनबर्ग ने शनिवार रात को जारी एक रिपोर्ट में संदेह जताया है कि अदाणी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में पूंजी बाजार नियामक सेबी की अनिच्छा का कारण सेबी प्रमुख और उनके पति धवल बुच की अदाणी समूह से जुड़े विदेशी कोष में हिस्सेदारी हो सकती है.
उन्होंने यह भी कहा कि माधवी के सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में शामिल होने से दो साल पहले यह निवेश किया गया था.
SEBI Chief Madhabi Puri Buch and her husband Dhaval Buch releases a statement in the context of allegations made by Hindenburg on 10th Aug 2024 against them.
“The investment in the fund referred to in the Hindenburg report was made in 2015 when they were both private citizens… pic.twitter.com/g0Ui18JVNT
— ANI (@ANI) August 11, 2024
इसके साथ ही दंपति ने कहा कि 2019 से ब्लैकस्टोन में वरिष्ठ सलाहकार धवल निजी इक्विटी फर्म के रियल एस्टेट पक्ष से नहीं जुड़े हैं.
बयान के मुताबिक, वर्ष 2017 में सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में माधवी की नियुक्ति के तुरंत बाद उनकी दो परामर्श कंपनियां निष्क्रिय हो गईं थीं.
हिंडनबर्ग के अपनी ताजा रिपोर्ट जारी करने के तुरंत बाद एक बयान में बुच ने आरोपों को निराधार बताया था.
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बुच दंपति ने अपने बयान में कहा, “हिंडनबर्ग की 10 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के संदर्भ में, हम यह बताना चाहेंगे कि हम रिपोर्ट में हमारे ऊपर लगाए गए सभी बेबुनियाद आरोपों और आक्षेपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं.” उन्होंने कहा, “इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. हमारा जीवन और वित्तीय लेन-देन एक खुली किताब की तरह है. पिछले कुछ वर्षों में सेबी को सभी आवश्यक वित्तीय रिकॉर्ड पहले ही उपलब्ध कराए जा चुके हैं.”
Here’s the full statement:
In the context of allegations made in the Hindenburg Report dated August 10,2024 against us, we would like to state that we strongly deny the baseless allegations and insinuations made in the report. The same are devoid of any truth. Our life and finances are an open book. All disclosures as required have already been furnished to SEBI over the years. We have no hesitation in disclosing any and all financial documents, including those that relate to the period when we were strictly private citizens, to any and every authority that may seek them. Further, in the interest of complete transparency, we would be issuing a detailed statement in due course. It is unfortunate that Hindenburg Research against whom SEBI has taken an Enforcement action and issued a show cause notice has chosen to attempt character assassination in response to the same.
Madhabi Puri Buch
Dhaval Buch
बुच दंपति ने कहा कि उन्हें किसी भी प्राधिकारी के समक्ष अपना कोई भी वित्तीय दस्तावेज पेश करने में कोई आपत्ति नहीं है, जिसमें वे दस्तावेज भी शामिल हैं, जो उस अवधि के हैं, जब वे निजी नागरिक थे. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, पूर्ण पारदर्शिता के हित में हम उचित समय पर एक विस्तृत बयान जारी करेंगे.