आईएएस पूजा खेडकर ने चोरी के आरोपी रिश्तेदार को बचाने की कोशिश की, मां ने पिस्तौल लहराई
Puja Khedkar New Scandal : पूजा खेडकर. आईएएस बनने के बाद से लगातार विवाद में हैं. अब तक तो उनके सर्टिफिकेट और व्यवहार को लेकर ही सवाल उठ ही रहे थे, अब उन पर एक चोर को रिहा करने के लिए पुलिस अधिकारी पर दबाव डालने का आरोप लगा है. नवी मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र सरकार को बताया कि विवादास्पद प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने चोरी के एक आरोपी रिश्तेदार को रिहा करने के लिए डीसीपी-रैंक के एक अधिकारी पर दबाव बनाने की कथित तौर पर कोशिश की थी.
कैसे खुला यह राज?
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को पीटीआई बताया कि पनवेल पुलिस थाने में 18 मई को खेडकर ने पुलिस उपायुक्त विवेक पानसरे को कथित तौर पर फोन कर चोरी के मामले में गिरफ्तार ट्रांसपोर्टर ईश्वर उत्तरवाडे को रिहा करने का आग्रह किया था. अधिकारी ने बताया कि खेडकर ने डीसीपी से कहा कि उत्तरवाडे निर्दोष हैं और उनके खिलाफ मामूली आरोप हैं. अधिकारी ने कहा कि हालांकि खेडकर ने पानसरे को सिर्फ फोन पर अपनी पहचान बताई थी, लेकिन डीसीपी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि फोन करने वाला सचमुच आईएएस अधिकारी है या फिर खुद को आईएएस बता रहा कोई धोखेबाज है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने फोन पर कोई कोई कदम नहीं उठाया और कथित अपराध के लिए उत्तरवाडे अभी भी न्यायिक हिरासत में है.
मां ने पिस्तौल दिखाई
पूजा खेडकर की मां भी कम नहीं हैं. पिस्तौल लेकर कुछ लोगों को धमकाते हुए उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. पुणे ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बाद में शाम को कहा कि तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की जाएगी, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या उसके पास पिस्तौल का लाइसेंस था. एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो में दिख रही घटना पूजा के पिता दिलीप खेडकर द्वारा पुणे के मुलशी तहसील के धाडवाली गांव में खरीदी गई जमीन से संबंधित है. दिलीप खेडकर महाराष्ट्र सरकार के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. स्थानीय लोगों का दावा था कि खेडकर ने पड़ोसी किसानों की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है. दो मिनट के वीडियो में पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर अपने सुरक्षा गार्डों के साथ पड़ोसियों के साथ तीखी बहस करती नजर आ रही हैं. हाथ में पिस्तौल लिए मनोरमा खेडकर को एक आदमी पर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है. वह उसके पास जाती हैं और पिस्तौल को उसके चेहरे के सामने लहराती है और फिर उसे अपने हाथ में छिपा लेती हैं.
27,000 रुपये का जुर्माना
पुणे सिटी ट्रैफिक पुलिस ने भी पूजा खेड़कर को नोटिस भेजा है. ये नोटिस निजी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाने और गाड़ी पर महाराष्ट्र शासन लिखवाने के मामले में भेजा गया है. पुलिस ने जांच के दौरान उनकी ऑडी कार को एक निजी इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर पंजीकृत पाया. इस गाड़ी पर यातायात नियमों के उल्लंघन की 21 शिकायतें हैं. इस पर 27,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
पूजा खेडकर पर अन्य आरोप
खेडकर हाल ही में तब सुर्खियों में आईं जब प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही अलग केबिन और कर्मचारी जैसी मांगों को लेकर विवाद खड़ा कर दिया. पुणे कलेक्टर कार्यालय में किए गए आचरण के अलावा खेडकर पर यह भी आरोप हैं कि उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (आईएएस) में एक पद हासिल करने के लिए दिव्यांगता प्रावधान और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग किया. इस बीच, एक बयान में केंद्र ने कहा कि खेडकर के विवरणों के दावों को सत्यापित करने के लिए एक अतिरिक्त सचिव-रैंक अधिकारी द्वारा जांच शुरू कर दी गई है. एक सूत्र ने बताया, ‘यदि अधिकारी दोषी पायी जाती हैं तो उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है. यदि यह पाया जाता है कि उन्होंने तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है या यह पाया जाता है कि उनका चयन जिन दस्तावेजों के आधार पर किया गया है, उनमें किसी तरह का फर्जीवाड़ा है तो उन्हें आपराधिक आरोपों का भी सामना करना पड़ सकता है.’