उत्तराखंड में माननीयों का 'गनतंत्र': प्रणव चैंपियन और विधायक उमेश कुमार की थाने में कटी रात
देश में कानून- व्यवस्था ही सर्वोपरि है, ये बात उत्तराखंड के दोनों ‘माननीयों’ को थाने में एक रात गुजारने के बाद अच्छे से समझ में आ गई होगी. पुलिस ने रविवार को हुई गोलीबारी और सरेआम पिस्तौल घुमाने के मामले में खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और मौजूदा विधायक उमेश सिंह को हिरासत में लिया था. पुलिस ने बाद में पूर्व विधायक चैंपियन को इस मामले में गिरफ्तार भी कर लिया. जबकि मौजूदा विधायक से पूछताछ के लिए उन्हें पूरी रात थाने में रखा गया. अब उन्हें भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि चैंपियन को हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली में रखा गया है. आज चैंपियन का मेडिकल कराने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.रानीपुर कोतवाली में एक्ट्रा पुलिस फोर्स की तैनाती भी की गई है. चैंपियन को आज रुड़की कोर्ट में पेश किया जा सकता है.
चैंपियन ने क्या कुछ कहा
अपनी गिरफ्तारी को लेकर चैंपियन ने कहा है कि उनके साथ अन्याय हो रहा है. उमेश सिंह के लोगों ने पहले हमारे साथ मारपीट की थी. लेकिन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं गई है. शनिवार को उन्होंने हमपर गोली चलाई थी. हमने उसके बाद ही अपने बचाव में गोली चलाई है.
उमेश सिंह ने सीएम से की बात
वहीं, मौजूदा विधायक उमेश सिंह ने कहा कि चैंपियन अपने समर्थकों के साथ मेरे दफ्तर पर आए थे और 100 से ज्यादा राउंड की फायरिंग की है. आज तक किसी मौजूदा विधायक के घर पर ऐसा नहीं हुआ है. मुझे लगता है कि इस घटना को लेकर मौजूदा सरकार कड़ी कार्रवाई होगी. मुझे उम्मीद है कि इस मामले में जो दोषी है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैंने इस घटना को लेकर सीएम साहब से भी बात की है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस वजह से हुई थी ये घटना
बीते काफी समय से खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन के बीच एक दूसरे को डराने और धमकाने का सिलसिला जारी है. शनिवार से पहले तक दोनों के बीच जारी ये बहस और तनातनी सोशल मीडिया तक ही सीमित थी लेकिन शनिवार को इसने सोशल मीडिया से निकलकर सड़क पर संग्राम का रूप ले लिया. बताया जा रहा है कि उमेश कुमार चैंपियन की एक पोस्ट को लेकर शनिवार रात को उनके लंढौर स्थित घर पर समर्थकों के साथ पहुंचे थे. चैंपिनय जब वहां नहीं मिले तो उमेश अपने समर्थकों के साथ वापस लौट आए. रविवार को इसी बात का बदला लेने के लिए चैंपियन अपने समर्थकों के साथ उमेश के ऑफिस में धमक गए.