देश

ग्लोबल सप्लाई चेन का अहम हिस्सा बन रहा है भारत : दीपाली गोयनका


नई दिल्ली:

The Hindkeshariवर्ल्ड समिट 2024 ‘द इंडिया सेंचुरी’ ( The HindkeshariWorld Summit 2024 ‘The India Century’) में शामिल होने आईं वेलस्पन लिविंग (Welspun Living) की प्रबंध निदेशक दीपाली गोयनका ने कहा कि भारत में अब ब्रांडेड और प्रीमियम उत्पादों की मांग बढ़ी है. उन्होंने साथ ही बताया कि वैश्विक व्यापार में भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है.

दीपाली गोयनका ने कहा, “हम प्रीमियम उत्पादों की मांग में तेजी देख रहे हैं. जैसे-जैसे आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, उपभोक्ता या तो सस्ते या बड़े पैमाने पर बाजार की वस्तुओं या लक्जरी वस्तुओं की ओर रुख करते हैं. प्रीमियमीकरण के ट्रेंड मजबूत हैं और लक्जरी बाजारों को पूरा करने वाले ब्रांड फल-फूल रहे हैं.”

वैश्विक व्यापार में भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती

उन्होंने कहा, “सबसे बड़ी चुनौती सप्लाई चेन में डिस्ट्रप्शन और एक्सटेंडेड समय सीमा है, जो कुछ मामलों में 6 से 12 महीने तक दोगुनी हो गई है. ये वर्किंग कैपिटल और योजना को प्रभावित करता है. जबकि भारत बड़े अवसर प्रदान कर रहा है, इन व्यवधानों को, अक्सर भू-राजनीतिक मुद्दों के कारण, दूर करने की जरूरत है.”

भारत ने व्यापार की कई बाधाओं को किया पार : दीपाली गोयनका

दीपाली ने कहा, “भारत ने गुणवत्ता और लागत संबंधी चिंताओं जैसी कई बाधाओं को पार कर लिया है. उदाहरण के लिए, कपड़ा क्षेत्र में, हमने एक ऐसा इको-सिस्टम बनाया है जो कंप्लीट ट्रेसेबिलिटी, ऑटोमेशन और एक स्किल्ड वर्कफोर्स का निर्माण करता है. वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनने की भारत की क्षमता स्पष्ट है. जैसे कि हम पहले चीन पर निर्भर थे, उनमें से ज्यादातर का अब हम भारत में निर्माण करने में कामयाब रहे हैं.” 

दीपाली गोयनका वेलस्पन इंडिया लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) हैं. वो कुशल वैश्विक बिज़नेस लीडर हैं. फोर्ब्स द्वारा उन्हें एशिया और भारत की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में शुमार किया गया है. वो विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा आयोजित किए गए भारत आर्थिक शिखर सम्मेलन, 2017 में सह-अध्यक्ष थीं. साथ ही हार्वर्ड इंडिया कॉन्फ्रेंस में इन्स्पायर सीरीज़ स्पीकर भी रही हैं. उन्हें Businessworld and HTT, US द्वारा भी सबसे प्रभावशाली महिला व्यावसायिक नेताओं में शुमार किया गया था. वह एसोचैम (ASSOCHAM) महिला परिषद की अध्यक्ष भी रही हैं.

यह भी पढ़ें :-  दुनिया के नए पावर बैलेंस को पचा नहीं पा रहे पश्चिम के देश: The Hindkeshariवर्ल्ड समिट में कनाडा पर बोले विदेश मंत्री


Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button