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राष्ट्रहित और दुनिया की भलाई दोनों के लिए एक साथ काम कर रहा भारत : The Hindkeshariसे एस जयशंकर, 10 बड़ी बातें

  1. विदेशमंत्री एस जयशंकर ने पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर कहा कि इस कार्यकाल में भी भारत की बहुत प्रगति होगी. नेशनल डेवलपमेंट के अलग-अलग क्षेत्रों में काफी कुछ करेंगे. हमने तीसरे कार्यकाल में तेज शुरुआत की है. हम इस कार्यकाल को नेशनल डेवलमेंट के माध्यम से डिफाइन करेंगे. ये भी कहूंगा कि मोदी लोकतांत्रिक देशों में बड़े नेता माने जाते हैं. साथ ही विश्व शांति में भारत और पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप में योगदान होगा. पहले 100 दिन में आपने इसका उदाहरण देखा भी है.
  2. विदेशमंत्री ने कहा कि आज तीसरे कार्यकाल के 100 दिन हो चुके हैं. हमारी तैयारी इसकी पहले से थी. विदेश नीति की बात करें तो हमारी जिम्मेदारी है कि दुनिया में स्थिरता रहे. यह दुनिया की भी जरूरत है. 100 दिन की बात करें तो पीएम सिंगापुर गए. इस दौरे में सेमीकंडक्टर पर अहम फैसला लिया गया. मलेशिया के पीएम आए और उन्होंने हमारी स्किल को अपने देश में न्योता दिया. 
  3. रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि हमारे दोनों के साथ रिश्ते हैं. पीएम मोदी इस स्थिति में हैं कि वह दोनों राष्ट्रपति के साथ खुलकर बैठकर विस्तार से बात कर सकते हैं.
  4. रूस-यूक्रेन युद्ध का तीसरा साल है. मिडिल ईस्ट गाजा  में लड़ाई चल रही है. जुलाई में पीएम रूस गए. अगस्त में वह यूक्रेन गए. हमारी बातचीत शांति को लेकर चल रही है. हमारी कोशिश यही रहती है कि दुनिया में शांति कैसे रहे. हमारी कोशिश है कि ये युद्ध खत्म हो.
  5. भारत-चीन के व्यापारिक रिश्तों पर एस जयशंकर ने कहा कि अगर हम भारत की क्षमता की बात करें तो जब तक हमारे पास टेक्नोलॉजी नहीं है, हम विकसित नहीं बन सकते. जब तक हमारे पास मैन्यूफेक्चरिंग नहीं आएगी तो टेक्नोलॉजी कैसे आएगी. आधार मैन्यूफेक्चरिंग ही है.हमारा दुर्भाग्य है दशकों से कहीं ना कहीं मैन्यूफेक्चरिंग में पीछे रहे. एनवायरमेंट के तर्क पर इस मामले में कुछ लोग बाधाएं डालते हैं. मैन्यूफेक्चरिंग बढ़ेगी तो रोजगार भी बढ़ेगा. मोदी सरकार ने इस पर जोर दिया है. इसके लिए जो स्किल चाहिए तो बजट में इसे भी महत्व दिया.
  6. भारत विदेश नीति पर कैसे पॉजिशन कर रहा है? आप मोदी सरकार 3.0 के 100 दिन देखिए. पीएम का पहला दौरा जी-7 के लिए इटली गई. उसके बाद संसद की सत्र की वजह से पीएम मोदी अस्ताना नहीं जा पाए, मैं उनकी जगह अस्ताना गया एसईओ की मीटिंग में. पीएम मोदी आशियान भी गए. कुछ ही दिनों में क्वाड होने वाला है, आपने देखा शपथग्रहण के समय बहुत सारे देश आए भी थे. वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट हुआ. इसमें 100 से ज्यादा विकाशील देशों ने भाग लिया.
  7. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान इस ओर भी है कि दुनिया के देशों के साथ कैसे बना कर रखे. हमारा राष्ट्रहित और दुनिया की भलाई के लिए एक साथ काम कर रहे हैं. इसके लिए हमारी पोजिशनिंग बहुत अच्छी है.
  8. बांग्लादेश पर एस जयशंकर ने कहा कि यह उनका आतंरिक मामला है.
  9. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्‍ला अली खामेनेई के ‘अल्पसंख्यकों वाले’ बयान से जुड़े सवाल पर एस जयशंकर ने कहा कि हमारे प्रवक्ता ने इस पर जवाब दे दिया है.
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