हिंडनबर्ग पर बरसे भारतीय राजनेता; रविशंकर प्रसाद, संजय निरुपम, गिरिराज सिंह ने रिपोर्ट को बताया साजिश
नई दिल्ली:
शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग (Short Seller Hindenburg) की रिपोर्ट को लेकर उसकी तीखी आलोचना हो रही है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) और पूर्व सांसद संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने हिंडनबर्ग पर हमला बोला है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को कहा कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने कांग्रेस के साथ मिलकर देश को बदनाम किया है और अमेरिकी शोध एवं निवेश कंपनी के खिलाफ ‘सख्त से सख्त कार्रवाई’ की जाएगी. केंद्रीय कपड़ा मंत्री सिंह ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और जयराम रमेश पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘राहुल (गांधी) और जयराम रमेश… यह देश को बदनाम करने वाला गिरोह है. हिंडनबर्ग हमें बदनाम करता है. हम राष्ट्र का यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. ये लोग देश के दुश्मन हैं. अब हिंडनबर्ग के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. ”
टूलकिट वालों को हिंदुस्तान से मतलब नहीं: रविशंकर प्रसाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के इस रुख को दोहराया कि शॉर्ट सेलिंग कंपनी का आरोप और विपक्ष द्वारा बाजार नियामक सेबी की आलोचना एक व्यापक साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर एक सुरक्षित, स्थिर और बेहतर बाजार के तौर पर देखा जा रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा माहौल बनाना चाहती है कि भारत का निवेश परिदृश्य सुरक्षित नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद, कांग्रेस, उसके सहयोगियों और टूलकिट गिरोह में उसके सबसे करीबी सहयोगी ने भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने के लिए एक साथ साजिश रची है. ” प्रसाद ने सवाल किया कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के 10 साल के शासन में कई कथित घोटाले हुए और तब इस तरह की आलोचनात्मक रिपोर्ट क्यों नहीं लाई गई?
जो हिंडनबर्ग के साथ हैं वो अर्थव्यवस्था को तबाह करना चाहते हैं: संजय निरुपम
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को देश के खिलाफ साजिश बताया है. उन्होंने कहा है कि हिंडनबर्ग अमेरिका में स्थित एक वित्तीय संस्थान है. वे विभिन्न शेयर बाजारों में शॉर्ट-सेलिंग का कारोबार करते हैं. यह हमले की साजिश है. भारत की अर्थव्यवस्था को बाधित करने और कमजोर करने की कोशिशें चल रही हैं. हिंडनबर्ग के साथ खड़े लोग भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहते हैं. चाहे कांग्रेस हो या बाकी विपक्ष… ये भारत के खिलाफ साजिश है. और कांग्रेस इस साजिश के साथ खड़ी है…”
कांग्रेस की दिलचस्पी अराजकता और विवादों में : सिंधिया
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कांग्रेस पर सेबी की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर अराजकता और विवाद फैलाने का आरोप लगाया. अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने संदेह जताया है कि अदाणी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में पूंजी बाजार नियामक सेबी की अनिच्छा का कारण सेबी अध्यक्ष बुच और उनके पति की अदाणी समूह से जुड़े विदेशी फंड में हिस्सेदारी हो सकता है.
साजिश अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है: भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पिछले साल अदाणी समूह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने वाली शॉर्ट सेलिंग कंपनी (हिंडनबर्ग) भारतीय जांच एजेंसियों की जांच का सामना कर रही है. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि विपक्षी दल भी हिंडनबर्ग के आरोपों के साथ सुर मिला रहे हैं और साजिश अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है कि वे अराजकता और अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं, खासकर वित्तीय क्षेत्र में.
विदेशी धरती से आयी ऐसी कई आलोचनात्मक रिपोर्टों को संसद सत्रों के ठीक पहले जारी किये जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को पता था कि ये रिपोर्ट संसद सत्र के दौरान आने वाली है. संसद का मानसून सत्र पहले सोमवार को समाप्त होना था लेकिन इसे शुक्रवार को ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
अर्थव्यवस्था में अराजकता पैदा करने की कोशिश: राजीव चंद्रशेखर
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि शॉर्ट सेलिंग कंपनी ने कांग्रेस के साथ ‘स्पष्ट साझेदारी’ में बाजार नियामक सेबी पर हमला किया है और इसका एक मकसद और लक्ष्य है. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि यह दुनिया की सबसे मजबूत वित्तीय प्रणालियों में से एक को अस्थिर और बदनाम करने और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अराजकता पैदा करने के लिए है.
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