ईरान ने इजरायल के हमले में नसरल्लाह की हत्या से पहले किया था आगाह, लेकिन…
नई दिल्ली:
ईरान और इजरायल में युद्ध (Iran Israel War) जारी है और दोनों के बीच युद्ध जारी है. लेबनान (Lebanon) में हिजबुल्लाह (hezbollah) प्रमुख नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) की इजरायल के मिसाइल हमले (Israel missile attack) में मौत युद्ध का कारण बना. अब खबर आ रही है कि ईरान की ओर से नसरल्लाह को मौत से पहले संभावित घातक हमले के लिए आगाह करने की कोशिश की गई थी. रायटर की खबर के मुताबिक ईरानी सूत्रों ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हिजबुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्लाह को इजरायली हमले में मारे जाने से कुछ दिन पहले लेबनान से भागने की चेतावनी दी थी और अब वह तेहरान में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों में इजरायली घुसपैठ को लेकर बेहद चिंतित हैं.
खामनेई ने भेजा था अपना विशेष दूत
17 सितंबर को हिज़्बुल्लाह के पेजर्स पर हमले के तुरंत बाद, खामेनेई ने एक दूत के साथ एक संदेश भेजकर हिज़्बुल्लाह महासचिव से ईरान जाने का अनुरोध किया, जिसमें खुफिया रिपोर्टों का हवाला दिया गया था. इन रिपोर्टों में बताया गया था कि इज़राइल के पास हिज़्बुल्लाह के भीतर गुर्गे थे और वह उसे मार डालने की योजना बना रहा था. एक, एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया.
बम की चपेट में आ गया दूत
अधिकारी ने कहा, संदेशवाहक एक वरिष्ठ ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कमांडर, ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशान थे, जो नसरल्लाह के साथ उसके बंकर में थे जब वह इजरायली बमों की चपेट में आ गया और मारा गया.
इजरायल ने लेबनान पर की बमबारी
आपको बता दें कि इजरायल ने लेबनान में कई ठिकानों पर जोरदार बमबाजी की थी जिसमें नसरल्लाह की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद से ईरान के प्रमुख नेता खामेनेई किसी गुप्त स्थान पर चले गए थे.
सुरक्षित स्थान पर गए खामनेई
एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने कहा कि खामेनेई, जो शनिवार से ईरान के अंदर एक सुरक्षित स्थान पर हैं, ने व्यक्तिगत रूप से मंगलवार को इज़राइल पर लगभग 200 मिसाइलें दागने का आदेश दिया.
बयान में जुलाई में तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या और लेबनान पर इज़राइल के हमलों का भी हवाला दिया गया. इज़राइल ने हनिएह की मौत की जिम्मेदारी नहीं ली है. इजराइल ने मंगलवार को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ “सीमित” जमीनी घुसपैठ की शुरुआत की.