लोहे का है या फिर पत्थरों का पुल! देखिए हिमाचल के मनाली में आया ये कैसा सैलाब
नई दिल्ली:
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने (Himachal Cloudburst) से अचानक आई बाढ़ के बाद NH-3 का एक हिस्सा वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है. हालांकि बुधवार देर रात हुई इस घटना में अब तक किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि मनाली क्षेत्र में अंजनी महादेव नाले में बादल फट गया. जिसकी वजह से एनएच-3 पर धुंडी और पलचान ब्रिज के बीच का हिस्सा, जिसे लेह-मनाली रोड भी कहा जाता है, प्रभावित हुआ है.इसके साथ ही पुल का हाल भी हुत बुरा हो गया है.
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सामने आई तस्वीरों में पुल का हाल भी देखा जा सकता है. लोहे का पुल पत्थर के पुल जैसा नजर आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पानी का बहाव कितना तेज रहा होगा, जो इतने बड़े पत्थर बहकर पुलिस के ऊपर आ गए. लोहे के पुलिस के ऊपर पत्थर की परत बिछी हुई दिखाई दे रही है.
सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह
लाहौल और स्पीति पुलिस ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि अटल सुरंग के उत्तरी पोर्टल के जरिए लाहौल और स्पीति से मनाली की तरफ जाने वाले वाहनों को रोहतांग की तरफ मोड़ दिया गया है. यात्रियों को बहुत ही जरूरी होने पर ही यात्रा करने की सलाह दी गई है. सावधानी से गाड़ी चलाने और रास्ते में संभावित खतरे के प्रति सचेत रहने की भी हिदायत दी गई है.
15 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि बुधवार रात को हिमाचल के मंडी में 12, किन्नौर में 2 और कांगड़ा जिले में 1 समेत कुल 15 सड़कें बंद कर दी गई हैं, इन पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, वहीं 62 ट्रांसफार्मर बाधित हुए हैं. इस घटना में एक पावर प्रोजेक्ट और कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचा है, हालांकि अब तक इसकी पुष्टि अधिकारियों ने नहीं की है. नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
हिमाचल में अगले 4 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?
स्थानीय मौसम कार्यालय ने अगले चार दिनों तक के लिए हिमाचल के अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश का ‘यलो’ अलर्ट जारी किया है. 28 जुलाई तक बरसात होती रहेगी. तेज़ हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव की वजह से राज्य में वृक्षारोपण और खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और ‘कच्चे’ घरों को नुकसान को लेकर पहले से ही आगाह किया गया है. 27 जून को मॉनसून की शुरुआत के बाद से ही हिमाचल प्रदेश में बारिश की घटनाओं में कुल 49 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 389 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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