क्या कमला हैरिस के साथ डिबेट से भाग रहे हैं ट्रंप? दोनों नेताओं ने रखी शर्त; जानें कहां फंसा है पेंच
क्या डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट हो पाएगा? ये एक बड़ा सवाल है. इस डिबेट को सितंबर में होना है, लेकिन इसे लेकर ट्रंप और हैरिस दोनों में ठनी हुई है. ट्रंप चाहते हैं कि डिबेट 4 सितंबर को हो और ये फॉक्स न्यूज पर हो न कि 10 सितंबर को ABC न्यूज पर. दूसरी तरफ कमला हैरिस 10 सितंबर को ABC न्यूज पर ट्रंप के साथ बहस पर जोर दे रही हैं. दरअसल, जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहला डिबेट 27 जून को हुआ और दूसरा प्रेसिडेंशियल डिबेट 10 सितंबर को तय हुआ था, लेकिन बाइडेन के मैदान से हट जाने के बाद ट्रंप अब अपनी शर्त रख रहे हैं.
ट्रंप की शर्त
ट्रंप का कहना है कि बाइडेन के मैदान में हटने के बाद ABC पर 10 सितंबर को दूसरे डिबेट की बात खत्म हो गई. उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा कि मैंने फॉक्स न्यूज पर डिबेट का प्रस्ताव स्वीकार लिया है. अगर कमला हैरिस 4 सितंबर को इस चैनल पर डिबेट में हिस्सा नहीं लेती हैं तो वो इसी दिन फॉक्स न्यूज पर बड़ा टाउन हॉल करेंगे. दरअसल, ट्रंप ABC चैनल को फेक न्यूज करार देते हैं, क्योंकि उनको लगता है ये डेमोक्रेट्स को फेवर करता है.
कमला की जिद
चैनल और तारीख बदलने की ट्रंप की कोशिश को कमला हैरिस की टीम ने सिरे से खारिज कर दिया है. हैरिस की कैंपेन टीम का कहना है कि ट्रंप कमला हैरिस से डर गए हैं और डिबेट से भाग रहे हैं और फॉक्स न्यूज जैसे कंजरवेटिव नेटवर्क की आड़ में छुप रहे हैं, ताकि वो उनकी मदद करे. खुद कमला हैरिस ने लिखा कि ट्रंप को चाहिए कि वे खेल खेलना बंद करें और पहले से तय तारीख 10 सितंबर को डिबेट में हिस्सा लें. उन्होंने ट्रंप के उस बयान की भी याद दिलाई है, जिसमें वे कहते थे कि वे किसी भी समय और कहीं भी बहस को तैयार हैं, लेकिन वे अब एक खास समय और एक ऐसे न्यूज चैनल को चुन रहे हैं, जिससे मदद की उम्मीद है.
बहस पर चली बहस
बाइडेन के मैदान से हटने के बाद कमला हैरिस की फंडिग से लेकर जीत की संभावना तक में इजाफा हुआ है. कई सर्वे हैरिस को ट्रंप से आगे बता रहे हैं तो कई दोनों में बराबरी का मुकाबला मान रहे हैं. जानकार मानते हैं कि महिलाओं के हक और गर्भपात जैसे मुद्दे और ट्रंप पर आपराधिक मामलों को लेकर कमला हैरिस के आक्रामक तेवर से टीएम ट्रंप थोड़ी घबराई हुई है. जबकि कमला भी चैनल और तारीख बदल कर कोई जोखिम नहीं लेना चाहतीं. लिहाजा बहस होगी या नहीं, इस पर अभी बहस चल रही है.