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इजरायल-हमास ने तीन चरणों की सीजफायल डील पर जताई सहमति, ट्रंप ने लिया क्रेडिट – 10 प्वॉइंट्स में जानें सब कुछ
नई दिल्ली:
तीन चरणों में किए गए इस युद्धविराम समझौते में पूर्ण युद्धविराम, गाजा से इजराइली सेना की वापसी और बंधकों की रिहाई शामिल है.
इजराइल और हमास ने 15 महीने से चल रहे गाजा युद्ध को रोकने के लिए बुधवार रात एक ऐतिहासिक युद्धविराम समझौते पर सहमति जताई है. तीन चरणों में किए गए इस युद्धविराम समझौते में पूर्ण युद्धविराम, गाजा से इजराइली सेना की वापसी और बंधकों की रिहाई शामिल है.
इजरायल – हमास युद्धविराम पर 10 लेटेस्ट अपडेट्स
- मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता से हुए युद्ध विराम समझौते को तीन चरणों में बांटा गया है. पहले चरण में पूर्ण युद्ध विराम होगा; गाजा के आबादी वाले इलाकों से इजरायली सेना वापस जाएगी; अमेरिकी, महिलाओं और बुजुर्गों समेत बंधकों को रिहा किया जाएगा; फिलिस्तीनी नागरिकों की उनके पड़ोस में वापसी और मानवीय सहायता को बढ़ाया जाएगा.
- इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण में युद्ध का स्थायी रूप से अंत किया जाएगा. बचे बंधकों की अदला-बदली की जाएगी; इजरायली सेना गाजा से वापस लौट जाएगी; अस्थायी युद्ध विराम स्थायी हो जाएगा.
- युद्धविराम के तीसरे और अंतिम चरण में गाजा के लिए एक प्रमुख पुनर्निर्माण योजना और बंधकों के अवशेषों को उनके परिवारों को वापस करना शामिल होगा.
- कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल-थानी को उम्मीद है कि गाजा में युद्ध विराम समझौते की घोषणा “कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में आक्रामकता, विनाश और हत्या को खत्म करने और एक नए चरण की शुरुआत करने में अहम भूमिका निभाएगी.” उन्होंने कहा कि युद्ध विराम तक पहुंचने में कतर की कूटनीतिक भूमिका उसका “राजनीतिक कर्तव्य से पहले मानवीय कर्तव्य” है.
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि यह अब तक की सबसे कठिन वार्ताओं में से एक थी. उन्होंने कहा, “इस सौदे की राह आसान नहीं रही. मैंने दशकों तक विदेश नीति में काम किया है – यह अब तक की सबसे कठिन वार्ताओं में से एक रही है. और हम इस बिंदु पर इसलिए पहुंचे क्योंकि इजरायल ने अमेरिका के समर्थन से हमास पर दबाव बनाया.” निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने 31 मई, 2024 को इस योजना की सटीक रूपरेखा तैयार की, जिसके बाद इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा सर्वसम्मति से लागू किया गया.
- युद्ध विराम समझौता अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पांच दिन पहले हुआ, जिन्होंने धमकी दी थी कि अगर बंधकों को तब तक रिहा नहीं किया गया तो “सब कुछ बर्बाद हो जाएगा”. ट्रंप ने समझौते का पूरा श्रेय लेते हुए कहा, “यह युद्ध विराम समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के बाद ही हो सका है.”
- अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधक समझौते की मध्यस्थता करने में अमेरिका ने नवनिर्वाचित डोनाल्ड ट्रम्प की टीम की “महत्वपूर्ण” भूमिका की तारीफ की. युद्ध विराम समझौते पर काम करने के लिए ट्रम्प टीम को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वे बातचीत के दौरान मौजूद थे. यह दर्शाता है कि जब अमेरिकी दलीय सीमाओं से परे एक साथ काम करने के लिए तैयार होते हैं, जैसा कि हम इस अवसर पर करने के लिए तैयार थे क्योंकि यह संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय हितों में है, तो बहुत कुछ किया जा सकता है.”
- गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि बुधवार को इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते की घोषणा के बाद इजरायली हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए. एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बसल ने एएफपी को बताया कि क्षेत्र में कई हमले हुए, जिसमें कम से कम 20 लोग मारे गए, जिनमें गाजा शहर में 18 लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि “युद्ध विराम की घोषणा के बावजूद हमले नहीं रुके”.
- इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने युद्ध विराम समझौते को मंजूरी देने के लिए कैबिनेट की बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि राज्य 7 अक्टूबर के हमलों को रोकने के लिए “अपने कर्तव्य में विफल” रहा है, हर्ज़ोग ने इसे सुधारने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “यह सही कदम है. यह एक महत्वपूर्ण कदम है. यह एक आवश्यक कदम है. हमारे बेटे और बेटियों को हमारे पास वापस लाने से बड़ा कोई नैतिक, मानवीय, यहूदी या इजरायली दायित्व नहीं है.”
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने इस समझौते को कराने में मध्यस्थों – मिस्र, कतर और अमेरिका – के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा “हमारी प्राथमिकता इस संघर्ष के कारण होने वाली भारी पीड़ा को कम करना होनी चाहिए. मैं सभी से जरूरतमंद नागरिकों के लिए तेजी से, बिना किसी बाधा के और सुरक्षित मानवीय राहत पहुंचाने का आह्वान करता हूं. हमारी ओर से, हम मानवीय रूप से जो भी संभव होगा, करेंगे, क्योंकि हम उन गंभीर चुनौतियों के बारे में जानते हैं जिनका हम सामना करेंगे.”