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"इजरायल खत्म हो जाएगा अगर राष्ट्रपति बनीं कमला" : आखिर क्यों ट्रंप ने दागी हैरिस पर ये मिसाइल


फिलाडेल्फिया:

US Presidential Debate के दौरान कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ने ही अपनी बातों को अच्छे से पेश किया. इस दौरान कमला हैरिस ने कई मुद्दों पर डोनाल्ड ट्रंप को घेरने की कोशिश की. साथ ही ट्रंप ने भी सभी सवालों पर अपना पक्ष रखा. डिबेट के दौरान दोनों ने इजरायल गाजा युद्ध और रूस यूक्रेन वॉर पर भी बात की. इसी बीच कमला हैरिस से पूछा गया कि आपने कहा था कि इज़राइल को आत्मरक्षा का हक है, लेकिन यह भी कहा कि निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा होनी चाहिए. अब जब 40,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, लगभग 100 बंधक अब भी फंसे हैं, और कोई समझौता नहीं हो रहा है, तो आप इस स्थिति को कैसे सुलझाएंगी?”

कमला हैरिस ने इजरायल गाजा युद्ध पर दिया ये जवाब

इस पर जवाब देते हुए कमला हैरिस ने कहा, “देखिए, सबसे पहले हमें समझना होगा कि यह स्थिति कैसे बनी. 7 अक्टूबर को, हमास, जो एक आतंकी संगठन है, ने 1200 इज़राइली नागरिकों का नरसंहार किया, जिनमें से कई लोग सिर्फ एक संगीत समारोह में भाग ले रहे थे. महिलाओं के साथ बेहद बर्बरता की गई. मैंने तब भी कहा था और आज भी कहती हूं – इज़राइल को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है. अगर हमारे देश पर ऐसा हमला होता, तो हम भी यही करते. लेकिन, यह भी सच है कि बहुत से निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं – बच्चे, माताएं, और यह अस्वीकार्य है. हमें यह युद्ध तुरंत समाप्त करना होगा. एक युद्धविराम और समझौता करना जरूरी है, और बंधकों को छुड़ाने पर काम जारी रहेगा.  इसके साथ ही, हमें Two Nation Solution की दिशा में बढ़ना होगा. एक ऐसा समाधान जिसमें इज़राइली लोगों की सुरक्षा हो और फिलिस्तीनी लोगों को भी आत्मनिर्णय और गरिमा का अधिकार मिले. लेकिन हां, मैं आपसे यह वादा करती हूं कि इज़राइल को आत्मरक्षा का अधिकार हमेशा मिलेगा, खासकर ईरान और उसके प्रॉक्सियों के खिलाफ.  गाजा का पुनर्निर्माण होना चाहिए, और फिलिस्तीनी लोगों को शांति और सम्मान से जीने का मौका मिलना चाहिए.”

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डोनाल्ड ट्रंप ने भी किया पलटवार

इसी पर फिर डोनाल्ड ट्रंप ने भी पलटवार किया और कहा, “देखिए, अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता. चार साल तक मेरे रहते रूस ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया, लाखों लोग मारे नहीं गए. मैं पुतिन को बहुत अच्छी तरह जानता हूं, वो ऐसा कभी नहीं करते. अब जब कमला इज़राइल की बात कर रही हैं, वो तो इज़राइल से नफरत करती हैं! नेतन्याहू जब कांग्रेस में महत्वपूर्ण भाषण देने आए थे, तो कमला उनसे मिलने तक नहीं गईं. वो अपनी सोरॉरिटी पार्टी में व्यस्त थीं. अगर ये राष्ट्रपति बन गईं, तो मुझे लगता है कि दो साल में इज़राइल खत्म हो जाएगा. और बात सिर्फ इज़रायल की नहीं है, कमला के रहते पूरी दुनिया जल जाएगी – अरब, इज़राइल, सब. मैं राष्ट्रपति था, ईरान पूरी तरह से कंगाल था. मेरे लगाए प्रतिबंधों के कारण उनके पास हमास या हिज़बुल्लाह को पैसा देने के लिए कुछ नहीं था. लेकिन अब, बाइडन प्रशासन ने सारे प्रतिबंध हटा लिए और ईरान के पास 300 अरब डॉलर आ गए हैं.  अब वो पैसों का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने में कर रहे हैं. देखिए, यमन में हूती क्या कर रहे हैं, पूरे मध्य पूर्व में क्या हो रहा है.  सब मेरी सत्ता में कभी नहीं होता. मैं इसे तुरंत हल कर देता, और यूक्रेन-रूस की लड़ाई भी खत्म कर देता, और वो भी राष्ट्रपति बनने से पहले.”

ट्रंप के पलटवार पर कमला का मुंहतोड़ जवाब

ट्रंप के इस जवाब के बाद कमला ने भी ट्रंप को मुंहतोड़ जवाब देते हुए क्या कहा, “ये बिल्कुल गलत है. मेरा पूरा करियर, मेरी पूरी जिंदगी इज़रायल और वहां के लोगों का समर्थन करती आई है. ट्रंप जानते हैं कि वो गलत हैं, और वह सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. सच्चाई यह है कि डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति में हमेशा कमजोर और गलत साबित हुए हैं. पूरी दुनिया जानती है कि ट्रंप तानाशाहों के समर्थक हैं, और खुद तानाशाह बनना चाहते हैं. यह वही इंसान हैं, जिन्होंने पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने की खुली छूट दी थी. ये वही इंसान हैं, जिन्होंने रूस के यूक्रेन पर हमले को ‘ब्रिलियंट’ यानी ‘प्रतिभाशाली’ कहा था. ये वही इंसान हैं, जो किम जोंग-उन से ‘लव लेटर्स’ का आदान-प्रदान करते थे. पूरी दुनिया के तानाशाह चाहते हैं कि ये दोबारा राष्ट्रपति बनें, ताकि वो इन्हें चापलूसी से आसानी से बहकाकर अपने काम निकलवा सकें. और यही कारण है कि इतने सारे सैन्य नेता, जो ट्रंप के साथ काम कर चुके हैं, मुझसे कहते हैं कि ट्रंप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं.”

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