इजरायली सेना ने राफा में अस्पताल के नजदीक रिफ्यूजी टेंट पर किया हमला, 11 की मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनोम घेबियस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रिपोर्ट की गई स्ट्राइक “अपमानजनक और अकथनीय” है. मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा ने एक बयान में कहा कि अमीराती मैटरनिटी अस्पताल के पास हुए विस्फोट में मारे गए लोगों में एक सहायक चिकित्सक भी शामिल है और कई बच्चे भी घायल हो गए हैं. कुद्रा ने कहा, “इजरायली बलों द्वारा अमीराती अस्पताल के पास रिफ्यूजी टेंटों को निशाना बनाने के परिणामस्वरूप ग्यारह नागरिक शहीद हो गए और बच्चों सहित लगभग 50 घायल हो गए.”
सोशल मीडिया पर घटना का एक फुटेज भी पोस्ट किया गया है लेकिन इसे एएफी द्वारा स्तयापित नहीं किया गया है. इस फुटेज में सड़कों पर खून से लथपथ शव नजर आ रहे हैं और लोगों की भीड़ दिख रही है, साथ ही लोग घायलों को इलाज के लिए ले जाते हुए नजर आ रहे हैं. एएफपी के एक पत्रकार ने राफा में घायल लोगों को स्ट्रेचर पर कुवैती अस्पताल ले जाते हुए देखा.
राफा के निवासी बेलाल अबू जेखलेह ने कहा, “हर जगह विनाश ही दिख रहा है और कई घटना में शहीद हुए हैं.” उन्होंने कहा, “अचानक ही एक शीशा टूटा और आग लग गई. चारों ओर भगदड़ मच गई, जिसमें कुछ शहीद हो गए और कई घायल हो गए. मेरे हाथ और सिर में चोट लगी है और मेरा भाई भी हादसे में घायल हुआ है.” इजरायली सेना ने कंफर्म किया किया उसने अस्पताल के नजदीकी इलाके को निशाना बनाया था.
सेना ने अपने एक बयान में कहा, “इस्लामिक जिहाद आतंकवादियों के खिलाफ सटीक हमला किया गया और क्षेत्र के अस्पताल को कोई नुकसान नहीं हुआ.” फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में अपना आक्रमण शुरू करने के बाद से इज़रायली सैनिकों ने गाजा पट्टी के अस्पतालों और उसके आसपास कई ऑपरेशन किए हैं. इज़राइल ने बार-बार हमास के आतंकवादियों पर सैन्य उद्देश्यों के लिए अस्पतालों का उपयोग करने का आरोप लगाया है, लेकिन फिलिस्तीनी समूह इससे इनकार करता रहा है.
एक अनुमान के अनुसार 15 लाख फिलिस्तीनियों ने राफा में शरण मांगी है, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि अगर इजरायल शहर पर योजनाबद्ध जमीनी आक्रमण करता है तो बड़े पैमाने पर लोग हताहत होंगे. मध्यस्थ रमजान के मुस्लिम उपवास महीने से पहले एक नया संघर्ष विराम सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जो चंद्र कैलेंडर के आधार पर 10 या 11 मार्च को शुरू होता है.
इज़रायली आंकड़ों की एएफपी टेबल के अनुसार, 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमास के अभूतपूर्व हमले के साथ गाजा में युद्ध छिड़ गया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 1,160 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमास के खिलाफ इजरायल के जवाबी सैन्य अभियान में कम से कम 30,320 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.
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