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इजरायली टैंक ने लेबनान में UN के 'ब्लू हेलमेट' बेस पर दागे गोले, जानें फिर क्या हुआ : 10 पॉइंट्स

  1. दक्षिण लेबनान में उनके मुख्यालय पर इज़रायल के हमले (Israel Attack On UN Peacekeeping Force) में UN के दो शांति दूत घायल हो गए.  इस हमले की निंदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई. खासकर ‘ब्लू हेलमेट’ मिशन के यूरोपीय सदस्यों ने इजरायल के इस कदम की निंदा की है.
  2. इज़रायल ने दक्षिण लेबनान में उनकी सेना के हमले की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि हिजबुल्लाह के आतंकी  संयुक्त राष्ट्र चौकियों के पास एक्टिव थे. UN शांति सेना में सैनिकों के प्रमुख योगदानकर्ता इटली ने कहा कि यह कृत्य “युद्ध अपराध हो सकता है” जबकि अमेरिका का कहना है कि वह बहुत चिंतित है. 
  3. UN शांति मिशन ने पिछले हफ्ते दक्षिण लेबनान में अपनी कुछ जगहों से “स्थानांतरित” होने की इज़रायल की मांग को खारिज कर दिया था. ये दावा किया गया था कि इन जगहों पर इजरायली सेना हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही है. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम फोर्स या UNIFIL के पास दक्षिण लेबनान में करीब 10,000 शांति सैनिक तैनात हैं. 23 सितंबर को IDF और हिजबुल्लाह के बीच लड़ाई बढ़ने के बाद से ये युद्धविराम का आह्वान कर रहे हैं.
  4. संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इस बात की पुष्टि की है कि इजरायली सेना ने मर्कवा टैंक से दक्षिण लेबनान के नाकुरा में यूनिफिल हेडक्वार्टर में मुख्यालय में एक शेल टावर की ओर गोले दागे. टावर पर किए गए इस हमले में उसके दो शांति दूत घायल हो गए.
  5. UN मिशन ने कहा, हालांकि इस हमले में शांति रक्षकों को गंभीर चोटें नहीं आईं, “लेकिन उनको अस्पतालभर्ती कराया गया है.  UNIFIL के प्रवक्ता ने बताया, वे इंडोनेशियाई नागरिक हैं. इंडोनेशिया भी UNIFIL में सैनिकों का एक प्रमुख योगदानकर्ता है.
  6. इंडोनेशिया के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत हरि प्रबोवो ने कहा, ” यह घटना साफ दिखाती है कि कैसे इज़रायल ने खुद को अंतरराष्ट्रीय कानून से ऊपर और शांति के हमारे साझा मूल्यों से ऊपर रखा है. वहीं इजरायल ने दावा किया कि उसकी सेना ने संयुक्त राष्ट्र फोर्सेज को पहले ही आश्रय लेने के लिए कह दिया था, उसके बाद ही  UNIFIL बेस के क्षेत्र में गोलीबारी की.
  7. इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कहा कि UNIFIL ने इजरायल को हमले और अन्य जिन घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है ये ‘युद्ध अपराध’ हो सकते हैं. उसने इजरायल से इस पर सफापई मांगी है. उसका कहना है कि  “यह कोई गलती नहीं थी”. रक्षा मंत्री ने गोलीबारी को असहनीय बताया और अपने इजरायली समकक्ष और इटली में देश के राजदूत के सामने विरोध जताया.
  8. व्हाइट हाउस ने कहा, हम बहुत चिंतित हैं. हम जानते है कि इजरायल हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे के खात्मे के लिए  ब्लू लाइन के पास लक्षित अभियान चला रहा है. यह भी जरूरी है कि वह संयुक्त राष्ट्र शांति दूतों की सुरक्षा को खतरा न डाले.
  9. स्पेन के विदेश मंत्रालय ने भी UNIF मुख्यालय पर इजरायली गोलीबारी की कड़ी निंदा की. उसने इस हमले को “अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन बताया. इस मिशन में 370 सैनिकों का योगदान देने वाले आयरिश प्रधान मंत्री साइमन हैरिस ने कहा कि यूएनआईएफआईएल सैनिकों या सुविधाओं के आसपास कोई भी गोलीबारी लापरवाहपूर्व है और इसे रोका जाना चाहिए.
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