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मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज…; पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए गृह मंत्री अमित शाह

अमित शाह ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी


नई दिल्ली:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस पर राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर गृह गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ” मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज मुझे यहां अमर जवानों को पुष्पांजलि अर्पित करने का मौका मिला है. यही जवान हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखते हैं. -50 से +50 डिग्री तापमान में सीमाओं की सुरक्षा करते हैं…उन्होंने जो सर्वोच्च बलिदान दिया है, उनके परिजनों को भी श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं.

खुफिया ब्यूरो के निदेशक ने भी दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आज हम सभी देश की आंतरिक सुरक्षा और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां इकठ्ठा हुए हैं.” जवान कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से किबिथू तक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं. खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका ने भी राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की. पुलिस स्मृति दिवस को शहीद दिवस भी कहा जाता है.

खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका ने कहा, “21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के 10 बहादुर जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी, उस दिन से हम हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं. पिछले साल 216 पुलिसकर्मियों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी. आजादी के बाद से अब तक 36,468 पुलिसकर्मियों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है.”

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क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

21 अक्टूबर को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है और देश के लिए कुर्बानी देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है. मुख्य समारोह राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर आयोजित किया जाता है, जिसकी अध्यक्षता आमतौर पर केंद्रीय गृह मंत्री करते हैं. दिल्ली पुलिस के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की संयुक्त परेड आयोजित की जाती है. 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में भारी हथियारों से लैस चीनी सैनिकों द्वारा किए गए हमले में दस बहादुर पुलिसकर्मियों ने देश के लिए बलिदान दिया था.


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