झारखंड विधानसभा चुनाव : सबसे अहम आदिवासी वोटर इस बार किसकी नैया पार लगाएंगे?
नई दिल्ली:
Jharkhand Assembly Elections: झारखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियां जीत का समीकरण बिठाने में जुट गई हैं. झारखंड में आदिवासी वोटर सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. झारखंड में कुल आदिवासी मतदाता 26 प्रतिशत हैं. आदिवासियों के लिए आरक्षित 28 सीटें हैं.
झारखंड में साल 2019 में आदिवासी सीटों पर बीजेपी को 34 प्रतिशत वोट लाने के बावजूद केवल दो सीटें ही मिली थीं. झारखंड और कांग्रेस को इन सीटों पर 43 प्रतिशत वोट मिले थे और उनको 25 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. अन्य ने 23 प्रतिशत वोट लिए थे और उनके खाते में एक ही सीट गई थी.
साल 2019 में आदिवासी सीटों के नतीजों में महागठबंधन को 25 सीटें मिली थीं. जेएमएम को 19 सीटें और 34 प्रतिशत वोट व कांग्रेस को 6 सीटें और 9 फीसदी वोट मिले थे.
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 सीटों में से 9 एनडीए को और 5 इंडिया गठबंधन को मिली थीं. अगर विधानसभा में बढ़त का हिसाब देखा जाए तो एनडीए को यहां पर नौ सीटों पर जीत मिली थी और 49 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी. वही इंडिया ब्लॉक को पांच लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी और 29 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी.
पांच आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों में से सभी इंडिया ब्लॉक के खाते में गई थीं. एनडीए को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिल पाई थी. कुल मिलाकर देखें तो 28 में से पांच विधानसभा सीटों पर ही एनडीए को बढ़त थी. इंडिया ब्लॉक को 23 सीटों पर बढ़त थी. हम यह लोकसभा चुनाव में उन 28 सीटों की बात कर रहे हैं जो कि जनजाति के लिए आरक्षित हैं और झारखंड के बारे में कहा जाता है कि जिस दल के साथ आदिवासी हैं, उसकी जीत आसान हो जाती है.
ऐसे में हर किसी के जहन में यही सवाल है कि इस बार आदिवासी समाज के लोग किस दल को अपना आशीर्वाद देंगे.
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