J&K : गुलमर्ग में सेना के वाहन पर आतंकियों के हमले में 5 जवान जख्मी, पीएम मोदी से मिले उमर

जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सेना के वाहन पर आंतवादियों ने कायराना हमला कर 5 जवानों को जख्मी कर दिया. आतंकवादियों ने छुपकर सेना पर हमला किया. सभी जवानों को अस्पताल ले जाया गया है. सेना कायर आतंकियों की तलाश कर रही है.
Some exchange of fire took place between forces and terrorists in Butapathri sector of District Baramulla around Nagin post.
Further details will be shared after verifying facts. 1/2@JmuKmrPolice@KashmirPolice@DIGBaramulla @Zaidmalik76— Baramulla Police (بارہمولہ پولیس) (@BaramullaPolice) October 24, 2024
उधर, पदभार संभालने के बाद पहली बार आज जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला दिल्ली के दौरे पहुंचे. बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने मुलाकात की और केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा जल्द बहाल करने की मांग करते हुए उन्हें एक प्रस्ताव सौंपा. बैठक करीब 30 मिनट तक चली, जिसमें अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति और विकास कार्य शामिल थे. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री को पारंपरिक कश्मीरी शॉल भी भेंट की गई.
इसके पहले आज कई राजनीतिक नेताओं ने नई सरकार के गठन के बाद से कश्मीर घाटी में आतंकवादी हमलों की निंदा की और इस तरह की घटनाओं को रोकने और प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में गुरुवार सुबह आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर शुभम कुमार को गोली मारकर घायल कर दिया.पिछले एक सप्ताह में कश्मीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है. रविवार को गांदेरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर हुए आतंकी हमले में छह गैर स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई थी, जबकि 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कवींद्र गुप्ता ने कश्मीर घाटी में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया.
जाहिर है आतंकवादियों के खिलाफ पूरे जम्मू कश्मीर में एक माहौल बन रहा है. एक तरफ सेना और पुलिस उन्हें चुन-चुनकर मौत के घाट उतार रही है तो दूसरी तरफ राजनीतिक दलों ने भी उनके खिलाफ कड़े तेवर दिखाए हैं. जम्मू कश्मीर की जनता तो इन्हें छुपने तक की जगह नहीं दे रही. यही कारण है कि आतंकवादियों अब छुपकर कायराना हमले कर रहे हैं.