John F. Kennedy : अमेरिका में खुलेंगे कई राज… क्या है वो सीक्रेट फाइल जिस पर ट्रंप ने कर दिये हैं साइन
नई दिल्ली:
अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या आज भी एक रहस्य बनी हुई है. उनकी हत्या 22 नवंबर, 1963 को टेक्सास के डलास में हुई थी, जिसके बाद कई सवाल खड़े हुए थे. जॉन एफ कैनेडी की हत्या अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक हत्याओं में से एक मानी जाती है… और आज भी इसके बारे में कई तरह के अनुमान लगाए जाते हैं. लेकिन जॉन एफ कैनेडी की हत्या के पीछे किसका हाथ था और हत्या क्यों की गई? अब ये राज खुल सकता है. डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही जो एक्जीक्यूटिव ऑर्डर साइन किये, उनमें एक यह भी है कि जॉन एफ कैनेडी की हत्या से जुड़ी सीक्रेट फाइलों को सार्वजनिक किया जाएगा.
अमेरिका में 60 साल बाद, खुलेंगे कई राज
जॉन एफ कैनेडी की हत्या से संबंधित आखिरी सीक्रेट फाइलों में कई राज दफ्न, ऐसा सालों से कहा जा रहा है. इसलिए लोग इन सीक्रेट फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग करते रहे हैं. लेकिन हत्या के 60 साल बाद भी इन फाइलों को सार्वजनिक नहीं किया गया, जिससे लोगों को शक और गहरा गया. ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान एक वादा यह भी किया था कि वह जॉन एफ कैनेडी ही हत्या से जुड़ी फाइलों को लोगों के सामने रखेंगे. राष्ट्रपति ट्रंप अपना ये वादा अब पूरा करने जा रहे हैं.
कैनेडी की हत्या से जुड़े ये सवाल आज भी अनसुलझे
- जॉन एफ कैनेडी की हत्या के मामले में सबसे बड़ा सवाल है कि फाइलों को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया?
- जॉन एफ कैनेडी की हत्या में एक बड़ा षड्यंत्र शामिल था और ओसवाल्ड सिर्फ एक मोहरा था, कुछ लोग ये सवाल उठाते रहे हैं.
- क्या सीआईए, माफिया या कुछ अन्य शक्तिशाली संगठनों ने इस हत्या को अंजाम दिया था?
- कुछ लोगों का मानना है कि क्यूबा के साथ तनाव के कारण कैनेडी की हत्या की गई थी, इसमें कितनी सच्चाई है?
- ओसवाल्ड की हत्या के कारण इस मामले में और भी रहस्य पैदा हो गया… आखिर ओसवाल्ड को जैक रूबी ने क्यों मारा?
- कैनेडी की हत्या के मामले में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य गायब हैं या नष्ट हो गए हैं, ऐसे भी दावे किये जाते हैं.
- कैनेडी की हत्या से जुड़ी ‘वारन कमीशन’ की रिपोर्ट में कई विरोधाभास पाए गए हैं, जिससे लोगों के मन में संदेह और गहरा गया.
जॉन एफ कैनेडी की हत्या से हटेगा पर्दा!
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या से संबंधित आखिरी सीक्रेट फाइलों को सार्वजनिक करने का आदेश दिया. यह एक ऐसा मामला है, जिसमें जॉन एफ कैनेडी की मृत्यु के 60 साल से अधिक समय बाद भी, ‘साजिश’ होने के सवाल को हवा मिलती रही है. ट्रंप ने एक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए, जो 1960 के दशक में जॉन एफ कैनेडी के छोटे भाई रॉबर्ट एफ कैनेडी और सिविल राइट्स लीडर मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं पर दस्तावेज़ भी जारी करेगा. यानि अमेरिकी की कई राजनीतिक हत्याओं से जुड़े राज अब लोगों के सामने आने वाले हैं.
कैसे हुई थी जॉन एफ कैनेडी की हत्या?
जॉन एफ कैनेडी एक खुली कार में सफर कर रहे थे, जब उन्हें गोली मारी गई. ली हार्वी ओसवाल्ड को इस हत्या का आरोपी ठहराया गया था. उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया था. लेकिन ओसवाल्ड को दोषी करार दिये जाने से पहले ही यानि गिरफ्तारी के सिर्फ दो दिन बाद एक अन्य व्यक्ति जैक रूबी ने उसकी हत्या कर दी. ओसवाल्ड की हत्या के बाद से ही इस मामले में कई तरह के संदेह पैदा हुए और लोगों ने यह मानना शुरू कर दिया कि ओसवाल्ड अकेला हत्यारा नहीं था. ऐसा माना जाता है कि ली हार्वी ओसवाल्ड ने अकेले ही कैनेडी की हत्या की थी, लेकिन बहुत से लोगों की राय इससे जुदा है.
जैक रूबी से लेकर ‘बबुश्का लेडी’ तक हत्या को लेकर उठे कई सवाल
अमेरिका में राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हुई हत्या एक ऐसी घटना है, जिसने पूरी दुनिया को सदमे में डाल दिया था. ये हत्या आज भी कई रहस्यों से घिरी हुई है. आधिकारिक तौर पर ली हार्वी ओसवाल्ड को इस हत्या का आरोपी ठहराया गया था. ओसवाल्ड को टेक्सास स्कूल बुक डिपोजिटरी बिल्डिंग की छठी मंजिल से कैनेडी पर गोली चलाने का आरोप लगाया गया था. लेकिन ये सवाल आज भी उठता है कि ओसवाल्ड ने हत्या क्यों की? जैक रूबी ने ओसवाल्ड को क्यों मारा, यह भी एक बड़ा सवाल है. कुछ लोगों का मानना है कि रूबी कैनेडी के एक समर्थक था और उसने ओसवाल्ड को कैनेडी की हत्या का बदला लेने के लिए मारा था. इस घटना के दौरान एक महिला को कैमरे में कैद किया गया था, जिसे ‘बबुश्का लेडी’ के नाम से जाना जाता है. कुछ लोगों का मानना है कि इस महिला का इस हत्या में कोई संबंध हो सकता है.