कमला हैरिस ने की इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा, ट्रंप बोले- अगर मैं राष्ट्रपति होता तो…
दिल्ली:
इजरायल पर ईरान के हमले से अमेरिका खफा है, इसीलिए वह इजरायल की मदद कर रहा है. जो बाइडेन ही नहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी ईरान के मिसाइल अटैक (Trump Kamala Harris On Iran Attack) के खिलाफ हैं. उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान ईरान को मिडल ईस्ट में अस्थिर करने वाली और खतरनाक ताकत बताया. वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान के हमले की निंदा की साथ ही वह अमेरिकी नेतृत्व पर हमला करना भी नहीं भूले.
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कमला हैरिस ने की ईरान हमले की निंदा
कमला हैरिस ने कहा, “आज, ईरान ने एक लापरवाह हमले में इज़रायल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं.” उन्होंने अमेरिकी सेना को इजरायल को निशाना बनाने वाली ईरानी मिसाइलों को मार गिराने के राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर भी अपना पूर्ण समर्थन जताया.
हैरिस ने कहा, “मैं स्पष्ट हूं, ईरान मिडल ईस्ट में एक अस्थिर करने वाली खतरनाक ताकत है. इज़रायल पर आज का हमला इस तथ्य को और ज्यादा दिखाता है. मैं राष्ट्रपति बाइडेन और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ सिचुएशन रूम में थी. हम रियल टाइम हमले पर नजर बनाए हुए थे, हमने सुनिश्चित किया कि क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है. मैं अमेरिकी सेना को इजरायल को निशाना बनाने वाली ईरानी मिसाइलों को मार गिराने के राष्ट्रपति बाडेन के आदेश का पूरी तरह से समर्थन में हूं, जैसा कि हमने अप्रैल में किया था. इजराइल, ईरान और ईरान समर्थित आतंकवादी मिलिशिया के खिलाफ अपनी रक्षा करने की क्षमता रखता है. इजराइल की सुरक्षा के लिए मैं अपनी अटूट प्रतिबद्धता जताती हूं.”
#WATCH | US Vice President Kamala Harris says, “Today, Iran launched approximately 200 ballistic missiles at Israel in a reckless embrace an attack. I condemn this attack unequivocally. Iran is a destabilizing, dangerous force in the Middle East, and today’s attack on Israel only… pic.twitter.com/dKgSg2GTJ7
— ANI (@ANI) October 1, 2024
कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिका हमलों के असर का अब तक आकलन कर रहा है. शुरुआती नतीजों से पता चला है कि इजरायल ईरान को विफल करने में सफल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ईरानी क्षेत्र अमेरिकी कर्मियों और नागरिकों के लिए सुरक्षित नहीं है.
ईरान हमले से भड़का डोनाल्ड ट्रंप का गुस्सा
अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की. उन्होंने ट्रुथ सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि अगर वह व्हाइट हाउस में होते तो हमास 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर ही नहीं पाता.
साथ ही वह अमरिकी नेतृत्व पर हमला करना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि “दुनिया में आग लगी हुई है” और अमेरिकी नेतृत्व गैरमौजूद है. ट्रंप का कहना है कि मडिल ईस्ट में युद्ध के कोई हालात नहीं थे.
‘मैं राष्ट्रपति होता तो ऐसा कुछ नहीं होता’
ट्रंप ने कहा, “आज दुनिया को देखो – अभी मिडल ईस्ट में उड़ने वाली मिसाइलों को देखो, रूस/यूक्रेन के साथ क्या हो रहा है, देखो, मुद्रास्फीति दुनिया को नष्ट कर रही है, अगर मैं राष्ट्रपति होता तो इनमें से कुछ भी नहीं होता!”
कमला हैरिस का इजरायल को समर्थन का भरोसा
वहीं कमला हैरिस ने ईरान को सिर्फ इजरायल के लिए ही नहीं बल्कि अमेरिकी कर्मियों, हितों और पूरे क्षेत्र के निर्दोष नागरिकों के लिए भी खतरा बताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका कोई भी जरूरी फैसला लेने में बिल्कुल भी नहीं हिचकेगा. वह इजरायल के साथ काम करना जारी रखेगा और इजरायल को पूरा समर्थन देगा.