"कमला ने हिंदुओं को नजरअंदाज किया": ट्रंप पहली बार बांग्लादेश में हुए अत्याचार पर भी बोले
दिल्ली:
दीवाली के मौके पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सभी को शुभकामनाएं दीं. इस दौरान वह कमला हैरिस पर निशाना साधना नहीं भूले. ट्रंप ने अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस पर हिंदुओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और कमला हैरिस ने दुनिया भर के साथ-साथ अमेरिका में भी हिंदुओं को “नजरअंदाज” किया है.
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‘कमला हैरिस ने हिंदुओं को किया नजरअंदाज’
ट्रंप ने कहा, “कमला और जो बाइडेन ने दुनिया भर और अमेरिका में रह रहे हिंदुओं को नजरअंदाज किया है. वे इजरायल से लेकर यूक्रेन तक और हमारे साउथ बॉर्डर तक के लिए विनाशकारी हैं, लेकिन हम अमेरिका को फिर से मजबूत बनाकर ताकत के जरिए शांति वापस लाएंगे!”
ट्रंप ने अमेरिका में भारतीय समुदाय को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए भारत और अपने “अच्छे दोस्त” पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपने देश की साझेदारी को मजबूत करने की भी कसम खाई. उन्होंने कहा, ” अपने प्रशासन के तहत, भारत और अपने अच्छे दोस्त, पीएम मोदी के साथ अपनी साझेदारी को भी मजबूत करेंगे. सभी को दिवाली की शुभकामनाएं. मुझे उम्मीद है कि रोशनी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत की ओर ले जाएगा.”
I strongly condemn the barbaric violence against Hindus, Christians, and other minorities who are getting attacked and looted by mobs in Bangladesh, which remains in a total state of chaos.
It would have never happened on my watch. Kamala and Joe have ignored Hindus across the…
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 31, 2024
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की निंदा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा की. अपने दिवाली संदेश में उन्होंने बांग्लादेश में खासकर शेख हसीना सरकार के पतन के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की निंदा की. उन्होंने अमेरिका में रह रहे हिंदुओं को “धर्म-विरोधी एजेंडे” से बचाने और उनकी आजादी के लिए लड़ने की भी कसम खाई.
हिंदुओं पर अत्याचार, मंदिरों में तोड़फोड़
यह पहली बार है जब ट्रंप ने बांग्लादेश के मुद्दे पर बात की है.बता दें कि 5 अगस्त को, बांग्लादेश की पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना अपने 15 साल के शासन को खत्म करते हुए देश से भाग गई थीं. उनकी सरकार छात्रों के भयानक विरोध प्रदर्शन का सामना कर रही थी. हसीना के देश छोड़ने के बाद वहां पर अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ गई थी. उन पर हमले हुए, मंदिरों और हिंदुओं की दुकानों में तोड़फोड़ की गई. बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के मुताबिक, 48 जिलों में 200 से ज्यादा जगहों पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हमले किए गए और धमकियां दी गईं. इस साल जुलाई से अगस्त के बीच सैकड़ों हिंदू भी मारे गए थे.