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जानें कौन हैं उषा चिलुकुरी, जिनके पति जेडी वेंस को ट्रंप ने चुना अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार


वाशिंगटन:

डोनाल्ड ट्रंप ने जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. रिपब्लिकन पार्टी से व्हाइट हाउस के लिए संभावित उम्मीदवार ट्रंप से जेडी वेंस लगभग 40 साल छोटे हैं. जेडी वेंस का ‘ससुराल’ भारत है. वेंस ओहायो से पहली बार सीनेटर बने और उनकी पत्नी भारतीय-अमेरिकी हैं. उषा चिलुकुरी और जेडी वेंस की पहली मुलाकात येल लॉ स्कूल में हुई थी और 2014 में केंटकी में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की थी. उषा चिलुकुरी एक सफल वकील है, जिन्‍होंने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के साथ भी काम किया है. 

भारतीय संस्‍कृति के बेहद करीब हैं उषा

जेडी वेंस की शादी भारतीय-अमेरिकी उषा वेंस से एक मंदिर में पूरे रीति-रिवाज से हुई थी. उषा के करीबी बताते हैं वह भारतीय संस्‍कृति के काफी करीब हैं. उषा का जन्म उषा चिलुकुरी के रूप में हुआ था और वह एक सफल वकील हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स के लिए काम किया. वह सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में बड़ी हुईं. उषा येल यूनिवर्सिटी गईं और अपने पति की तरह येल लॉ स्कूल से स्नातक भी हुईं. उषा चिलुकुरी के पिता आंध्र प्रदेश से हैं, जो सालों पहले कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में बस गए थे. उषा का जन्म और पढ़ाई कैलिफोर्निया में ही हुआ थी. उषा के उनके पिता एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और मां एक जीवविज्ञानी हैं.

मंदिर में हुई थी उषा-वेंस की शादी

न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, उषा और जेडी वेंस की पहली मुलाकात येल लॉ स्कूल में हुई थी. इसके बाद 2014 में केंटकी में एक मंदिर में दोनों ने शादी की थी. वेंस और उषा के के तीन बच्चे हैं. उषा ने पति वेंस की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने ग्रामीण श्वेत अमेरिका में सामाजिक गिरावट पर अपने विचारों को व्यवस्थित करने में वेंस की सहायता की, जिसने उनके सबसे अधिक बिकने वाले संस्मरण, ‘हिलबिली एलीगी’ को लिखने के लिए प्रेरित किया. इस किताब को 2020 में रॉन हॉवर्ड द्वारा निर्देशित एक फिल्म में रूपांतरित किया गया था. इसके अलावा वेंस की उषा ने ओहायो सीनेट सीट से चुनाव लड़ते समय भी कंधे से कंधे मिलाकर मदद की थी.

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बेहद पढ़ी-लिखी हैं उषा

उषा वेंस भारतीय अप्रवासियों की बेटी हैं और उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि बेहद प्रभावशाली है. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, उनके पास येल विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की डिग्री और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री है. उषा ने कानूनी क्षेत्र में एक विशिष्ट करियर बनाया है, कवानुघ के न्यायालय में नामांकन से पहले सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स और ब्रेट कवनुघ के लिए सहयोगी की भूमिका निभाई थी. उषा ने कैम्ब्रिज में गेट्स फेलो के रूप में अपनी पढ़ाई की, जहां वह वामपंथी और उदारवादी समूहों के साथ जुड़ी रहीं. वह 2014 में एक पंजीकृत डेमोक्रेट हैं.

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जेडी वेंस से उम्मीद की जा रही है कि वे कामकाजी वर्ग के मतदाताओं के बीच ट्रंप की अपील को बढ़ाएंगे, उनकी खुद की पृष्ठभूमि “हिलबिली एलेजी” में बताई गई है. सैन फ्रांसिस्को में वेंचर कैपिटल में काम करने के दौरान उनके अच्छे संपर्क बने थे, जो अब ट्रंप के अभियान के दौरान काम आएंगे. हालांकि वेंस हमेशा से ट्रंप के समर्थक नहीं थे, वो ट्रंप के आलोचक भी रहे हैं. उन्होंने एक बार उन्हें “अमेरिका का हिटलर” कहा था और खुद को ट्रंप के लिए कभी नहीं काम करने वाला बताया था. लेकिन ट्रंप पर हत्या के प्रयास के बाद, उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को दोषी ठहराया.
(आईएएनएस इनपुट के साथ…)

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