Kuwait Building Fire: धुएं में दम घुटने से हुई ज्यादातर लोगों की मौत, शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच जारी
दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 42 भारतीयों की मौत हो गई. वहीं 50 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए. इस भीषण आग हादसे में शव इतनी बुरी तरह जले कि उनकी पहचान तक नहीं पो रही है. अब शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच की जा रही है. कुवैत की अल-मंगफ नामक इमारत में भीषण आग लगने से कम से कम 48 लोगों की जान गयी है. जिनमें भारत, पाकिस्तान, फिलीपिन, मिस्र, नेपाल के नागरिक शामिल थे.
शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच
इस भीषण आग हादसे में कई शव इतनी बुरी तरह जल गए कि उनकी पहचान तक नहीं हो पा रही. विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा है कि शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच की जा रही है. विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद खाड़ी देश जाने वाले गोंडा के सांसद ने कहा कि शवों को घर लाने के लिए भारतीय वायुसेना का विमान तैयार है. उन्होंने कहा, “जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, उनके परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा और हमारा वायुसेना का विमान शवों को वापस ले आएगा.”
Amb @AdarshSwaika visited the Al-Adan hospital where over 30 Indian workers injured in today’s fire incident have been admitted. He met a number of patients and assured them of full assistance from the Embassy. Almost all are reported to be stable by hospital authorities. pic.twitter.com/p0LeaErguF
— India in Kuwait (@indembkwt) June 12, 2024
धुएं में दम घुटने से हुई ज्यादा लोगों की मौत
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मंगाफ शहर में लगी आग में कम से कम 48 लोग मारे गए हैं और उनमें से 42 भारतीय बताए जा रहे हैं. छह मंजिला इमारत में आग कल सुबह रसोई से लगी. इमारत में करीब 200 लोग रह रहे थे और अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर मौतें नींद में धुएं से दम घुटने के कारण हुईं.
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान
पीएम मोदी ने इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ पर गहरा दुख प्रकट किया और शोक संतप्त परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की. उन्होंने मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी घोषित की. उन्होंने निर्देश दिया कि सरकार को सभी संभव सहायता उपलब्ध करानी चाहिए.
एस जयशंकर ने कुवैत के विदेश मंत्री से की बात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फोन पर अपने कुवैती समकक्ष अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि आग लगने के कारण जान गंवाने वाले भारतीयों के शव शीघ्र भारत भेजे जाएं. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ (मैंने) कुवैत में आग लगने की घटना पर कुवैती विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की. (मुझे) इस संबंध में कुवैती अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताया गया. (मुझे) आश्वासन दिया गया कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी.”
उन्होंने लिखा, ‘‘ (मैंने) अपील की कि जिन लोगों ने जान गंवायी, उनके शवों को उनके देश में जल्द भेजा जाए. उन्होंने कहा कि घायलों का उचित उपचार किया जा रहा है.” प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग में घायल हुए भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश पहुंचाने के कार्य में सहयोग के लिए कुवैत पहुंचे हैं.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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