तिरुपति मंदिर का प्रसाद जिस घी से बना, उसमें मिली पशुओं की चर्बी, सामने आई लैब रिपोर्ट
हैदराबाद:
आंध्र प्रदेश के तिरुपति स्थित तिरुमाला मंदिर के प्रसाद के लिए इस्तेमाल हुए घी में एनिमल फैट मिला है. एक लैब रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर तिरुमाला के प्रसाद में मिलावट करने का आरोप लगाया था. सीएम चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने सेंटर ऑफ एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड (CALF) लैब की रिपोर्ट जारी करके हुए बताया कि YSR पार्टी की सरकार के समय तिरुपति मंदिर के प्रसाद के तौर पर लड्डुओं में इस्तेमाल किए गए घी में पशुओं की चर्बी मिली है.
CALF लैब रिपोर्ट के मुताबिक, घी में फिश ऑयल और बीफ टैलो के अंश मिले हैं. इसमें कुछ मात्रा में लार्ड भी मिला है. लार्ड सूअर के फैटी टिश्यू से निकाला गया सेमी सॉलिड व्हाइट फैट होता है.
तिरुपति मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर को समर्पित है. यह मंदिर तिरुपति जिले में तिरुमाला पहाड़ी पर बना है. यह तिरुपति बालाजी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
दरअसल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में पिछली सरकार पर तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में एनिमल फैट मिलाने का आरोप लगाया था. नायडू ने दावा किया था, “पिछले 5 साल में YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया है. उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया. यहां तक कि तिरुमाला के पवित्र लड्डू में घी की जगह एनिमल फैट का इस्तेमाल किया.”
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “हालांकि, अब हम तिरुमाला के लड्डू प्रसाद के लिए शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं. TDP सरकार तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पवित्रता की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”