हवा में प्रदूषण से 'गैस चैंबर' बना लाहौर, हजारों लोग पड़े बीमार, लॉकडाउन की नौबत
लाहौर में प्रदूषण से बुरा हाल…
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में अत्याधिक वायु प्रदूषण के कारण हजारों लोगों को अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है. डॉक्टरों ने बुधवार को यह जानकारी दी. वहीं अधिकारियों ने आगाह किया है कि अगर लोगों ने मास्क लगाने समेत अन्य निर्देशों का पालन नहीं किया तो पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है. यह चेतावनी तब दी गई जब लोग बिना मास्क लगाए सड़कों पर घूमते नजर आए. डॉक्टरों ने कहा है कि ज्यादातर लोगों को खांसी तथा आंखों में जलन की शिकायत है.
अधिकारियों की शिकायत, लोग मास्क नहीं लगाते
पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सलमान काज़मी ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में श्वास संबंधी परेशानी से जूझ रहे हजारों लोगों का अस्पतालों और क्लीनिक में इलाज किया गया.” उन्होंने कहा कि आप लोगों को खांसते देख सकते हैं, लेकिन फिर भी वे मास्क नहीं लगाते हैं.
लाहौर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1,100 के आंकड़े को पार कर गया
बुधवार सुबह लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा और वायु गुणवत्ता सूचकांक 1,100 के आंकड़े को पार कर गया. 300 से ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है. जहरीले ‘स्मोग’ ने पिछले महीने से शहर को अपनी चपेट में लिया हुआ है.पंजाब प्रांत की वरिष्ठ मंत्री मरयम औरंगजेब ने शहर में पूर्ण लॉकडाउन से बचने के लिए लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी है.शहर के अधिकारियों ने प्रदूषण पर काबू के लिए पहले ही कई कदमों की घोषणा की है.
जानें कितना AQI खतरनाक
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बाहरी वायु गुणवत्ता और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है. AQI जितना अधिक होगा तो वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंता उतनी ही अधिक होंगी. 50 या उससे कम का AQI मान अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है लेकिन 300 से अधिक का AQI खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है.
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