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देश से अभी भी खत्म नहीं हुआ है वामपंथी उग्रवाद, इस राज्य के सबसे अधिक जिले हैं प्रभावित


नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने बताया है कि देश के 38 जिले इस समय वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित हैं. सरकार ने बताया है कि 2013 में देश के 10 राज्यों के 126 जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे.इस साल अप्रैल में देश के नौ राज्यों के 38 जिले ही वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे.देश में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित सबसे अधिक जिले छत्तीसगढ़ में हैं. छत्तीसगढ़ के 15 जिले इससे प्रभावित हैं.वहीं आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के केवल एक-एक जिले ही वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी दी थी.

बीजेपी के अनिल बलूनी और कांग्रेस के डॉक्टर कृष्ण नामदेव ने सरकार से इस संबंध में जानकारी मांगी थी. उन्होंने सरकार से जानना चाहा था कि देश के कितने जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित हैं. दोनों सांसदों ने सरकार से इसकी विस्तृत जानकारी मांगी थी. 

वामपंथी उग्रवाद से कैसे निपट रही है मोदी सरकार 

इन सवालों के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि इस समय देश के नौ राज्यों के 38 जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए 2015 में नेशनल पॉलिसी एंड एक्शन प्लान बनाया था. इसमें इस समस्या से निपटने के लिए कई तरह के उपाए किए गए थे. इनमें सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ विकास के कार्यों और स्थानीय लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की बात कही गई थी.

महाराष्ट्र के गढचिरौली में माओवादियों की ओर से लगाए गए बैनर को जलाते युवा.
Photo Credit: ANI

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इस योजना के लागू किए जाने के बाद से वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनाओं और इसके प्रभाव वाले क्षेत्रों को कम करने में मदद मिली. उन्होंने बताया कि 2010 के मुकाबले वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनाओं में 73 फीसदी की गिरावट आई है. वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनाएं 2010 में सबसे अधिक हुई थीं. इससे इन घटनाओं में होने वाली आम नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों की मौतों की संख्या में 86 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने बताया कि 2010 में इस तरह की 1005 मौतें हुई थीं. लेकिन 2023 में इनकी संख्या केवल 138 दर्ज की गई. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि इस साल 15 नवंबर तक इस तरह की घटनाओं में 25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. उन्होंने बताया कि 2010 में कुल 465 पुलिस थानों में वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं रिपोर्ट की गई थीं. लेकिन 2023 में ऐसे थानों की संख्या केवल 171 रह गई थी. 

देश के किन राज्यों तक फैला है वामपंथी उग्रवाद

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की इस योजना की वजह से देश में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों की संख्या भी तेजी से कम हुई है. उन्होंने बताया कि 2013 में देश के 10 राज्यों के 126 जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे. लेकिन अप्रैल 2024 तक नौ राज्यों के केवल 38 जिले ही इससे प्रभावित थे.केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2024 तक आंध्र प्रदेश का एक जिला, छत्तीसगढ़ के 15, झारखंड के पांच, केरल के दो, मध्य प्रदेश के तीन, महाराष्ट्र के दो, ओडिशा के सात, तेलंगाना के दो और पश्चिम बंगाल का एक जिला वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे.छत्तीसगढ़ का बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनादगांव, मोहल्ला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़ छुईखदान गंडई, सुकुमा, कबीरधाम और मुंगेली जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे. वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों में छत्तीसगढ़ सहसे आगे है. 

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