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Live 76th Republic Day 2025: पहली बार आएगा प्रलय… 26 जनवरी की परेड में और क्या-क्या

Live 76th Republic Day 2025: भारत 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दुनिया को अपनी ताकत दिखाएगा. इस वर्ष समारोह का मुख्य विषय संविधान की 75वीं वर्षगांठ है, लेकिन झांकियों का विषय ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ है. परेड से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. आज परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे. परेड में इंडोनेशिया का एक मार्चिंग दस्ता और बैंड का एक दल भी भाग लेगा. सुबियांतो गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति होंगे. इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे.

नाग से लेकर अग्निबाण तक

देश अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन ब्रह्मोस, पिनाक और आकाश सहित कुछ अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन करेगा. साथ ही, सेना की युद्ध निगरानी प्रणाली ‘संजय’ और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल ‘प्रलय’ पहली बार परेड में शामिल की जाएगी. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि टी-90 ‘भीष्म’ टैंक, सारथ (पैदल सेना ले जाने वाला वाहन बीएमपी-2), ‘शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम’ 10 मीटर, नाग मिसाइल सिस्टम, मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम ‘अग्निबाण’ और ‘बजरंग’ (हल्का विशिष्ट वाहन) भी परेड का हिस्सा होंगे. 

परेड सुबह राष्ट्रीय सलामी के साथ शुरू होगी और 90 मिनट तक जारी रहेगी, जो भारत की विरासत और विकास यात्रा को दर्शाएगी. सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-295, सी-17 ग्लोबमास्टर, पी-8आई, मिग-29 और एसयू-30 सहित अन्य विमान भी समारोह का हिस्सा होंगे.

परेड का कमांडर कौन

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दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार परेड कमांडर होंगे, जबकि परेड सेकेंड-इन-कमान, दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ (सीओएस) मेजर जनरल सुमित मेहता होंगे. मेजर जनरल मेहता ने कहा कि इस कार्यक्रम में कई अत्याधुनिक सैन्य साजोसामान और देश की विरासत को दर्शाती जीवंत झांकियों के साथ भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि दो परमवीर चक्र विजेता (दोनों ही कारगिल युद्ध के नायक) और एक अशोक चक्र विजेता परेड का हिस्सा होंगे. फ्लाईपास्ट में भारतीय वायुसेना के 40 विमान और भारतीय तटरक्षक बल के तीन डोर्नियर विमान शामिल होंगे. अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व घुड़सवार टुकड़ी, आठ मशीनीकृत टुकड़ियां और छह मार्चिंग दस्ता करेंगे. मार्चिंग दल में ब्रिगेड ऑफ़ द गार्ड्स की टुकड़ियां, जाट रेजिमेंट, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट, जेएंडके (जम्मू कश्मीर) लाइट इन्फेंट्री (जेएकेएलआई) रेजिमेंट और इंजीनियर्स कोर की टुकड़ियां शामिल होंगी. कैप्टन रितिका खरेता सेना की सिग्नल कोर की मार्चिंग टुकड़ी की कमांडर होंगी. वह अपनी टुकड़ी की एकमात्र महिला सदस्य हैं और बाकी पुरुष हैं. सिग्नल कोर के जांबाजों द्वारा मोटरसाइकिल पर प्रदर्शन भी किया जाएगा. कैप्टन आशीष राणा इसका नेतृत्व करेंगे और कैप्टन डिंपल सिंह भाटी दूसरी पंक्ति में होंगी.

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झांकी का विषय ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’

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परेड में कई अन्य चीजें भी पहली बार देखने को मिलेंगी, जैसे तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) की झांकी, जो सशस्त्र बलों के बीच ‘‘तालमेल” को दर्शाएगी. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, झांकी में युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया जाएगा, जिसमें स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के साथ थल, जल और वायु में समन्वित अभियान का प्रदर्शन किया जाएगा. तीनों सेनाओं की झांकी का विषय ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ होगा. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, औपचारिक परेड की शुरुआत 300 सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाले वाद्ययंत्रों पर ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन बजाकर की जाएगी.अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, डीआरडीओ ‘रक्षा कवच -बहु-क्षेत्रीय खतरों के खिलाफ बहु-स्तरीय सुरक्षा’ विषय पर एक झांकी पेश करेगा.

इन राज्यों की झांकियां

गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जिन राज्यों की झांकियां प्रदर्शित होंगी, उनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार, झारखंड, गुजरात, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली और चंडीगढ़ शामिल हैं.

गणतंत्र दिवस परेड… मिनट टू मिनट  

10:05: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर पहुंचेंगे. शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और 2 मिनट का मौन रखेंगे.
10:17: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सलामी मंच पर
10:19: राष्ट्रपति के अंगरक्षक सलामी मंच के पास
10:20: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति बग्घी में पहुंचेंगे 
10:29: 21 तोपों की सलामी
10:30: राष्ट्रीय ध्वज का फहराया जाएगा
10:31: “सारे जहां से अच्छा” के धुन पर 120 कलाकार गाएंगे
10:35: परेड कमांडर – लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार आएंगे
10:36: परेड उप कमांडर – मेजर जनरल सुमित मेहता आएंगे
10:38: परम वीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं का सम्मान
10:42: इंडोनेशिया का बैंड और मार्चिंग दस्ता आएगा
10:43: 61 कैवेलरी
10:44: टी 90 टैंक
10:45: नाग मिसाइल सिस्टम
10:46: क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल
10:47: मल्टी बैरल रॉकेट लांचर ग्रैड
10:48: पिनाका मल्टी लांचर रॉकेट सिस्टम
10:49: ब्रह्मोस
10:50: इंटीग्रेटेड बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम
10:51: शार्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम
10:52: आकाश वेपन सिस्टम
10:53: फ्लाई पास्ट: एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर्स
10:54: ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स
10:55: द जाट रेजिमेंट
10:56: द गढ़वाल राइफल्स
10:57: द महार रेजिमेंट
10:58: द जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट
10:59: कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स
11:00: वेटरन्स की झांकी – ‘विकसित भारत की ओर सदैव अग्रसर’
11:01: भारतीय नौसेना
11:02: भारतीय वायुसेना
11:03: भारतीय सशस्त्र सेना (सेना के तीनों अंग)
11:04: डीआरडीओ का रक्षा कवच
11:05: प्रलय 400 किमी रेंज वाला जमीन से जमीन पर मार करने वाला मिसाइल
11:06: असम राइफल्स।
11:07: इंडियन कोस्ट गार्ड
11:08: सीआरपीएफ
11:09: आरपीएफ
11:10: दिल्ली पुलिस
11:11: बीएसएफ का ऊंट दस्ता
11:12: नेशनल कैडेट कोर
11:13: नेशनल सर्विस स्कीम
11:14: मिक्स्ड पाइप्स एंड ड्रम्स बैंड
11:15: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
11:16: जनजाति कार्य मंत्रालय
11:17: गोवा
11:18: उत्तराखंड
11:19: हरियाणा
11:20: झारखंड
11:21: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
11:22: गुजरात
11:23: आंध्र प्रदेश
11:24: पंजाब
11:25: नवीन और नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय
11:26: ग्रामीण विकास मंत्रालय
11:27: उत्तर प्रदेश महाकुंभ
11:28: बिहार
11:29: वित्तीय सेवाएं विभाग
11:30: मध्य प्रदेश
11:31: मौसम विभाग 
11:32: पशुपालन एवं डेयरी विभाग
11:33: त्रिपुरा
11:34: कर्नाटक
11:35: दिल्ली
11:36: दादर एंड नागर हवेली और दमन एंड दीव
11:37: पश्चिम बंगाल
11:38: चंडीगढ़
11:39: संस्कृति मंत्रालय
11:40: केंद्रीय लोक निर्माण विभाग
11:42: 5000 लोक और आदिवासी कलाकारों का समूह – बिरसा मुंडा के जन्म के 150 साल
11:54: कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स टीम का मोटर साइकिल राइडर डिस्प्ले (डेयर डेविल्स)
11:58: फ्लाई पास्ट: 4 MI 17 V5, 3 MIG 29, 3 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, 2 डोर्नियर, 1 N32, 3 डोर्नियर (कोस्ट गार्ड), 1 C-130, 2 C-295, 1 P-8I, 2 सुखोई, 1 C-17, 5 जगुआर, 6 रफाल, 3 सुखोई, 1 रफाल

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26 जनवरी क्यों मनाया जाता है?

विविध धर्मों, आस्थाओं और संस्कृतियों के देश भारत में हर दिन कोई न कोई त्योहार मनाया जाता है. हर धर्म में त्योहार मनाने की परंपरा है, लेकिन कुछ त्योहार ऐसे भी हैं, जो प्रत्येक देशवासी के लिए महत्वपूर्ण हैं और पूरे देश में सम्मान और स्नेह के साथ मनाए जाते हैं. 26 जनवरी भी एक ऐसा ही दिन है, ये देश का राष्ट्रीय पर्व है. देश का हर नागरिक चाहे वह किसी धर्म, जाति या संप्रदाय से ताल्लुक रखता हो, इस दिन को राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत होकर मनाता है. इतिहास की बात करें तो इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ. भारत को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ. इस दिन राजधानी में कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ ही सैन्य शक्ति और परंपरागत विरासत की झांकी पेश की जाती है.

देश के इतिहास में 26 जनवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं:-

1556 : मुगल बादशाह हुमायूं की सीढ़ियों से गिरने से मौत.

1930 : ब्रिटिश शासन के अंतर्गत भारत में पहली बार स्वराज दिवस मनाया गया.

1931 : ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ के दौरान ब्रिटिश सरकार से बातचीत के लिए महात्मा गांधी को रिहा किया गया.

1950 : स्वतंत्र भारत का संविधान लागू हुआ और भारत को एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया. इसके बाद से इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

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1950 : सी. गोपालाचारी ने भारत के अंतिम गवर्नर जनरल का पद छोड़ा और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने देश के प्रथम राष्ट्रपति का पद संभाला.

1950 : अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के रूप में अपनाया गया.

1950 : फेडरल कोर्ट ऑफ इंडिया, जिसकी स्थापना 1937 में हुई थी, को भारत का उच्चतम न्यायालय बनाया गया.

1957 : जम्मू कश्मीर के भारत की तरफ के हिस्से को औपचारिक रूप से भारत का हिस्सा बनाया गया.

1963 : माथे पर मुकुट जैसी कलगी और खूबसूरत पंखों वाले मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया.

1972 : दिल्ली के इंडिया गेट पर राष्ट्रीय स्मारक अमर जवान ज्योति का अनावरण किया गया.

1981 : वायुदूत विमान सेवा की शुरूआत हुई.

1982 : पर्यटकों को रेल के सफर के दौरान शाही और विलासितापूर्ण अनुभव का आनंद दिलाने के लिए भारतीय रेल ने पैलेस ऑन व्हील्स सेवा शुरू की.

2001 : गुजरात के भुज में 7.7 तीव्रता का भीषण भूकंप, हजारों लोग मारे गए.

2008 : गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने परेड की सलामी ली. एन.आर. नारायणमूर्ति को फ्रांस सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑवर’ से सम्मानित किया गया.

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