देश

लोकसभा चुनाव 2024: छत्तीसगढ़ में 68.19 फीसदी मतदान, एक व्यक्ति की मौत

रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के जशपुर जिले में मतदान करने पहुंचे बुजुर्ग की मतदान केंद्र में मौत हो गई. सरगुजा और रायगढ़ लोकसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्र में मतदाताओं पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. इस घटना में कुल 13 ग्रामीण घायल हो गए.

निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण के तहत रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), सरगुजा (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) और रायगढ़ (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) सीट पर सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ तथा शाम छह बजे समाप्त हो गया.

अधिकारियों ने बताया कि राज्य की सात सीटों पर 68.19 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया. उन्होंने बताया कि कोरबा सीट में 74.82 फीसदी, जांजगीर-चांपा में 63.08 फीसदी, दुर्ग में 67.91 फीसदी, बिलासपुर में 60.05 फीसदी, रायगढ़ में 77.76 फीसदी, रायपुर में 62.71 फीसदी और सरगुजा में 75.26 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला.

अधिकारियों ने बताया कि मतदान का अंतिम आंकड़ा अभी प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिए ये आंकड़े बढ़ सकते हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में भीषण गर्मी के कारण सुबह मतदान प्रारंभ होने से पहले ही मतदाता मतदान केंद्र तक पहुंचने लगे थे लेकिन दोपहर में गर्मी बढ़ने के साथ ही मतदाताओं की संख्या में कमी देखी गई.

अधिकारियों के अनुसार बाद में शाम को मतदाता अपने घरों से बाहर निकले और मतदान किया. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने गृह ग्राम बगिया के मतदान केंद्र में अपने परिवार के साथ मतदान किया.

मतदान के बाद साय ने कहा, ”जन-जन में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के प्रति उत्साह है. विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के लिए लोग कमल छाप पर जम कर मतदान कर रहे हैं. आगामी चार जून को 400 पार होगा और हम प्रदेश की सभी 11 सीट जीतेंगे.” उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बिलासपुर शहर के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का उपयोग किया. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और उनकी पत्नी ने सिविल लाइंस रायपुर में अपना वोट डाला.

यह भी पढ़ें :-  लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान थमा; 26 को 89 सीट पर होगा मतदान, चुनावी मैदान में हैं ये प्रमुख उम्मीदवार

राज्यपाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मतदाताओं से अपनी पसंद की सरकार चुनने के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया. मतदान के दौरान रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में जशपुर जिले के जामटोली गांव में एक मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे जरतियूस टोप्पो (71) की मौत हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि टोप्पो अपने पुत्र के साथ मोटरसाइकिल से मतदान केंद्र पहुंचे थे तथा जब वह अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे तब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े. उन्होंने बताया कि चुनाव ड्यूटी में तैनात जवानों और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें उठाया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई. उनके अनुसार घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी वहां पहुंचे एवं शव को अस्पताल ले जाया गया.

अधिकारियों ने बताया कि सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में बलरामपुर जिले के जवाहर नगर के मतदान केंद्र में तथा रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में जशपुर जिले के आरा गांव के मतदान केंद्र में मतदान के दौरान मतदाताओं पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. उनके मुताबिक, जशपुर जिले की घटना में आठ तथा बलरामपुर जिले की घटना में पांच ग्रामीण घायल हो गए एवं घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद जशपुर विधायक रायमुनी भगत अस्पताल पहुंची थी.

अधिकारियों ने बताया कि दोनों मतदान केंद्रों पर मतदान अप्रभावित रहा और सुचारू रूप से चलता रहा. अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण में 26 महिलाओं सहित कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में कुल 1,39,01,285 मतदाता हैं, जिनमें 69,33,121 पुरुष, 69,67,544 महिलाएं और 620 ट्रांसजेंडर हैं.

यह भी पढ़ें :-  शिवाजी की प्रतिमा के अनावरण के बाद पथराव में गोवा के मंत्री घायल

उन्होंने बताया कि रायपुर सीट पर सबसे अधिक 38, बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, रायगढ़ में 13 और सरगुजा में 10 उम्मीदवार हैं. सात निर्वाचन क्षेत्रों में 15,701 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 25 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील और 1072 को संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण के लिए कुल 77,592 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि मतदान ड्यूटी के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 202 कंपनियों और जिला पुलिस बल तथा जिला रिजर्व गार्ड के 60 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.

राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं. नक्सल प्रभावित बस्तर निर्वाचन क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) में 19 अप्रैल को तथा राज्य की तीन अन्य सीट- राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था.

महत्वपूर्ण रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली नेता एवं मौजूदा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तथा कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के बीच मुकाबला है. एक अन्य महत्वपूर्ण कोरबा सीट पर भाजपा ने अपनी प्रभावशाली महिला नेता एवं पूर्व सांसद सरोज पांडेय को कांग्रेस की निवर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है.

दुर्ग में, कांग्रेस ने भाजपा के निवर्तमान सांसद विजय बघेल के खिलाफ एक नया चेहरा राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है. बिलासपुर सीट पर कांग्रेस ने विधायक देवेन्द्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक तोखन साहू को प्रत्याशी बनाया है. अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित एकमात्र सीट जांजगीर-चांपा में राज्य के पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं तथा महिला नेता कमलेश जांगड़े भाजपा की उम्मीदवार हैं.

यह भी पढ़ें :-  "अगर मुझे मथुरा से बाहर का मानते हैं...": कांग्रेस पर हेमा मालिनी का पलटवार

सरगुजा सीट पर चिंतामणि महाराज का मुकाबला कांग्रेस के नए चेहरे शशि सिंह से है. आदिवासी बहुल रायगढ़ सीट पर भाजपा के राधेश्याम राठिया और कांग्रेस की डॉ. मेनका देवी सिंह के बीच मुकाबला होगा.

छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 2004, 2009 और 2014 में हुए तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए तीनों बार 11 में से 10 सीट जीती थी. 2019 में भाजपा ने नौ सीट और कांग्रेस ने दो सीट पर जीत हासिल की थी.

ये भी पढ़ें:-
Explainer: अल्पमत में पहुंचने के बाद भी क्यों सेफ है हरियाणा की नायब सरकार? कांग्रेस का एक ‘कदम’ बना वजह


 

(इस खबर को The Hindkeshariटीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button