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'मेड इन बिहार' इंजनों का जल्द शुरू होगा निर्यात, रेल मंत्री बोले- 10 साल में 5 लाख लोगों को नौकरी मिली

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राज्यसभा में घोषणा की कि बिहार के मढौरा स्थित रेल कारखाने में तैयार होने वाले लोकोमोटिव का बहुत जल्द निर्यात शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘निकट भविष्य में, बिहार में जिस फैक्टरी की लालू प्रसाद जी (तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद) ने सिर्फ घोषणा की थी, काम नहीं किया…2014 से उस फैक्टरी पर काम चालू किया गया. बिहार में सारण के मढौरा में, इस फैक्टरी में बने करीब 100 लोकोमोटिव का बहुत जल्द निर्यात शुरू होने वाला है. मेड इन बिहार लोकोमोटिव दुनिया में जाने वाला है.”

इस घोषणा का सदस्यों ने मेजें थपथपा कर स्वागत किया. लालू प्रसाद 2004 से 2009 तक कांग्रेस नीत संप्रग सरकार में रेल मंत्री थे. इसके साथ ही वैष्णव ने कहा कि भारत अब ऑस्ट्रेलिया को मेट्रो कोच का निर्यात कर रहा है. उन्होंने बताया कि भारत ब्रिटेन, सऊदी अरब, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया को भी रेल डिब्बों के अहम उपकरणों का निर्यात कर रहा है

उन्होंने बताया कि भारत से रेल के डिब्बों और लोकोमोटिव का भी विभिन्न देशों को निर्यात किया जा रहा है. वैष्णव रेल मंत्रालय के कामकाज पर उच्च सदन में हुयी चर्चा का जवाब दे रहे थे. 

10 साल में रेलवे में 5 लाख लोगों को नौकरी दिया, विपक्ष फैला रहा भ्रम: वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे रेल में भर्तियों को लेकर भ्रामक बयान नहीं देना चाहिए और पिछले 10 साल में रेलवे में पांच लाख लोगों को रोजगार दिया गया है.
वैष्णव ने कहा कि रेलवे और रक्षा ऐसे दो विभाग हैं जिन पर राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये देश की जरूरत, रीढ़ की हड्डी और जीवनरेखा हैं. उन्होंने कहा कि अगर इनमें राजनीति की गई तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा.

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रेल मंत्रालय के कामकाज पर उच्च सदन में हुई चर्चा में भाग लेते हुए वैष्णव ने कहा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि रेलवे ने भर्तियां नहीं की. विपक्ष के इस आरोप को ‘‘सत्य से परे एवं भ्रामक” बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में रेलवे में पांच लाख लोगों को रोजगार दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक लाख भर्तियों के लिए प्रक्रिया चल रही है.

उन्होंने कहा कि रेलवे में पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया जारी है. वैष्णव ने कहा कि अभी रेलवे में करीब 12 लाख कर्मचारी हैं जिनमें से करीब 40 प्रतिशत ऐसे हैं जिनकी नियुक्ति पिछले 10 साल में की गयी है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार रेलवे की अधिकतर कार्य क्षमता युवा है.

महाकुंभ मेले के दौरान नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुयी भगदड़ को दर्दनाक एवं दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज सहित घटना से संबंधित सभी डेटा सुरक्षित हैं और एक उच्चस्तरीय समिति उसकी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना से सीख लेते हुए रेलवे ने विभिन्न एहतियाती कदम उठाए हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार कम और मध्य आय वाले वर्ग को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि धनी लोग विमानों या कारों से भी यात्रा कर सकते हैं लेकिन श्रमजीवी एवं गरीब लोग रेलवे से ही यात्रा कर सकते हैं.

ट्रेनों में जनरल डिब्बों की संख्या घटाए जाने के विपक्ष के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह सरकार अंत्योदय की भावना के साथ काम करती है. उन्होंने कहा कि आम लोगों के मद्देनजर गैर-वातानुकूलित डिब्बों की संख्या बढ़ायी जा रही है और अभी गैर-वातानुकूलित एवं वातानुकूलित डिब्बों की संख्या 70:30 के अनुपात में है. उन्होंने कहा कि 17 हजार गैर-वातानुकूलित डिब्बे तैयार किए जा रहे हैं.

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ट्रेनों की सुरक्षा के लिए लगायी जा रही कवच परियोजना को जटिल एवं विशाल नेटवर्क करार देते हुए उन्होंने कहा कि 10 हजार इंजन में इसे लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगले पांच-छह साल में पूरे देश में इसे लागू किया जाएगा.

पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल जैसे विपक्ष शासित राज्यों के सदस्यों के बयानों के संदर्भ में, वैष्णव ने विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने के लिए संबंधित राज्य सरकारों से सहयोग मांगा, जो विभिन्न कारणों से विलंबित हैं.


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