Maharashtra Assembly Elections : चुनाव आयोग ने बदला पुलिस चीफ ऑफिसर, विपक्ष ने लगाए थे गंभीर आरोप
मुंबई:
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होने से दो हफ्ते पहले इलेक्शन कमीशन ने महाराष्ट्र डीजीपी रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक विपक्ष द्वारा आरोप लगाया गया था कि सीनियर आईपीएस ऑफिसर सत्तारूढ़ महायुती गठबंधन के प्रति बायस हैं और अगर वह टॉप पोस्ट पर यहां रहती हैं तो चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से संभव नहीं हो पाएगी.
मुख्य सचिव को सौंपी गई ये जिम्मेदारी
चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव सुजाता सौनिक को तत्काल प्रभाव से शुक्ला का प्रभार अगले सीनियर आईपीएस अधिकारी को सौंपने के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्हें राज्य पुलिस प्रमुख के चयन के लिए मंगलवार तक तीन नामों का एक पैनल भेजने के लिए कहा गया है. समीक्षा बैठकों और विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अधिकारियों को निष्पक्ष और सही व्यवहार करने और यह सुनिश्चित करने की चेतावनी दी थी कि वो अपने काम का निर्वहन करते समय गैर-पक्षपाती न दिखें.
विपक्षी पार्टियों ने लगाए हैं आरोप
विपक्षी पार्टियां जिसमें कांग्रेस और शिव सेना शामिल है ने आरोप लगाया है कि शुक्ला बायस हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने मीडिया से कहा, “राज्य की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला पर बेहद गंभीर आरोप लगा है. 2019 में जब हमारी सरकार बनी थी तब पुलिस महानिदेशक सीधे तौर पर बीजेपी के लिए काम कर रही थीं और हमारे कॉल को टैप कर रही थीं और देवेंद्र फडणवीस को बता रही थीं.”
संजय राउत ने कही ये बात
उन्होंने आगे कहा, “क्या हम उनसे निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कर सकते हैं? हमने कहा है कि चुनाव का कार्यभार उनको नहीं सौंपा जाना चाहिए और फिर चुनाव आयोग ने कहा कि उनके पास इसका हक नहीं है कि वो उनका ट्रांसफर कर सकें. तो यह कैसे हो सकता है? इसी वक्त पर झारखंड के डीजीपी को भी बदला गया है. महाराष्ट्र का इलेक्शन पुलिस के दबाव के आधार पर हो रहा है.”
कांग्रेस प्रमुख ने भी लिखा था लेटर
राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर शुक्ला को राज्य पुलिस प्रमुख के पद से हटाने का अनुरोध किया था. नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि महिला अधिकारी विपक्षी पार्टियों के विरोध में बायस हैं. अपने लेटर में उन्होंने कहा था, “पिछले 20 दिनों में विपक्षी पार्टियों के विरोध में पॉलिटिकल हिंसा बढ़ गई है तथा कानून व्यवस्था की स्थिति में भी गिरावट आई है. उन्होंने कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के खिलाफ अपनी साफ बायसनेस दिखाई है. जैसा कि पुणे के पुलिस आयुक्त और राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) के आयुक्त के रूप में कार्य करते हुए विपक्षी नेताओं के अवैध फोन टैपिंग के उनके पिछले रिकॉर्ड से स्पष्ट है.”
विजय वडेट्टीवार ने कही ये बात
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार ने सीनियर पुलिस अधिकारी के ट्रांसफर का स्वागत किया है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “आज यह साफ हो गया है कि गठबंधन सरकार बेईमानी कर रही थी. गंभीर आरोपों का सामना कर रही पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला का कार्यकाल बढ़ाने के लिए गठबंधन की सरकार की क्या मजबूरी थी? महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव पारदर्शी तरीके से न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था.”
महाराष्ट्र की पहली महिला पुलिस चीफ हैं रश्मि शुक्ला
1988 बैच की आईपीएस अधिकारी, रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की पहली महिला पुलिस चीफ हैं. इससे पहले वह सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक रह चुकी हैं. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा. मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.