महाराष्ट्र चुनाव : बीजेपी उपाध्यक्ष हितेश जैन ने लगाए उद्धव सरकार पर राज्य के विकास की अनदेखी के आरोप
पिछड़े इलाकों में हुआ विकास
बीजेपी नेता हितेश जैन का दावा है कि पिछले दो वर्षों में महायुति सरकार की निवेशक-अनुकूल नीतियों के चलते महाराष्ट्र में प्रमुख उद्योग स्थापित हुए हैं. फॉक्सकॉन जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गजों से लेकर गढ़चिरौली जैसे पूर्व अविकसित क्षेत्रों में स्टील और कपड़ा क्षेत्र में नए विकास तक, महाराष्ट्र का औद्योगिक परिदृश्य तेजी से विकसित हो रहा है. कभी नक्सली हिंसा से त्रस्त रहे गढ़चिरौली क्षेत्र को स्टील हब में बदलना सुदूर क्षेत्रों तक भी विकास पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है.
उद्धव सरकार में नीतिगत पंगुता रही
उनका आरोप है कि महायुति की सरकार के विकास पिछली सरकार की नीतिगत पंगुता और अराजकता के बिल्कुल विपरीत हैं. उनका आरोप है कि उद्धव ठाकरे के समय महाराष्ट्र का विकास हर मोड़ पर रुका रहा. जैन ने उदाहरण दिया और कहा मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन जैसी परियोजनाओं में दूरदर्शिता की कमी और गलत प्राथमिकताओं के कारण देरी हुई. आरे मेट्रो कार शेड के लिए उद्धव और आदित्य ठाकरे के विरोध के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के प्रति उनके विरोध ने सार्वजनिक हित पर राजनीतिक हित को प्राथमिकता दी. एक प्रमुख उद्योगपति के आवास के बाहर पुलिस अधिकारी सचिन वज़े द्वारा जिलेटिन की छड़ें रखने का कुख्यात मामला कानून-व्यवस्था की विफलता को उजागर करता है जो किसी भी संभावित निवेशक को राज्य से दूर कर देने के लिए काफी है.
राज्य में विकास लौटा
हितेश जैन का दावा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र के बुनियादी ढांचे को फिर से फोकस में लाने के बाद राज्य में स्थिरता, कनेक्टिविटी और दीर्घकालिक विकास की क्षमता तलाश रहे उद्योगपतियों के बीच राज्य को एक विकल्प के रूप में फिर से स्थापित किया है. बीजेपी उपाध्यक्ष का दावा है कि महाराष्ट्र फिर से उभर रहा है और इस बार अधिक मजबूत, अधिक लचीला और भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार है.