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मणिपुर: जिरीबाम में मुठभेड़ के बाद 2 लोगों के शव मिले, 6 अभी भी लापता, 10 आतंकी ढेर


नई दिल्ली:

मणिपुर के जिरिबाम जिले में मंगलवार को सुबह दो बुजुर्गों के शव बरामद किए गए.पुलिस ने यह जानकारी दी है.जिन दो लोगों के शव बरामद हुए हैं वो मैतेई समुदाय के हैं और एक राहत शिविर में रह रहे थे.जिरिबाम जिले में सोमवार को संदिग्ध उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी.इसमें 10 कुकी उग्रवादी मारे गए थे. मारे गए उग्रवादी एक पुलिस थाने पर हमला करने आए थे. सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए. इस मुठभेड़ के बाद से  राहत शिविर में रह रहे छह लोग गायब बताए जा रहे हैं. लापता लोगों की तलाश के लिए सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया है. 

जिनके शव मिले हैं वो कौन थे

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए शुरू किए गए अभियान के दौरान 63 साल के लैशराम बालेन सिंह और 71 साल के माईबाम केशो के शव जकुराधोर करोंग क्षेत्र में मलबे में पाए गए.ये दोनों लोग बोरोबेक्रा के एक राहत शिविर में रहते थे.ये दो लोग उन 10 लोगों में शामिल थे, जो सोमवार को हुई मुठभेड़ के बाद से लापता थे.सुरक्षा बलों ने दो लोगों को बरामद कर लिया था. वहीं तीन महिलाएं और तीन बच्चे अभी भी लापता हैं. ये लोग बोरोबेक्रा के पुलिस स्टेशन में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे थे. इस शिविर में आसपास के गांवों के 118 लोगों को रखा गया था. 

सुरक्षा बलों के साथ मारे गए उग्रवादियों से बरामद हथियार.

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पुलिस ने बताया कि छह लोगों के लापता होने की सूचना मिलने के बाद उनकी खोज के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है.अधिकारी ने बताया कि जिरिबाम जिला प्रशासन ने क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में संदिग्ध उग्रवादियों के मारे जाने के विरोध में कुकी-जो पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार सुबह पांच बजे से ही ‘बंद का आयोजन किया गया है. 

मुठभेड़ के विरोध में बंद का आयोजन

कुकी-जो काउंसिल ने गोलीबारी में मारे गए लोगों के प्रति सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के लिए मंगलवार सुबह पांच बजे से शाम छह बजे तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में बंदी की अपील की थी.

सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए थे.यह मुठभेड़ फौजी वर्दी पहने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा जिरिबाम जिले में एक पुलिस थाने और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी करने के बाद हुई.

जिरिबाम में कैसे हैं हालात

एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि बोरोबेक्रा में भारी गोलीबारी के दौरान सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हो गए और उनमें से एक की हालत गंभीर है. उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह जिरिबाम में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही. पुलिसकर्मियों ने संवेदनशील स्थानों पर गश्त की.

राज्य पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ की घटना के बाद इंफाल घाटी में कई जगहों से हिंसा की खबरें आईं. इन इलाकों में दोनों पक्षों के सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी हुई.एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह इंफाल पश्चिम जिले के दो गांवों में कई मोर्टार गोले बरामद किए.एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों को खदेड़ने के लिए अभियान जारी किया गया है.असम राइफल्स और सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है.

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