Mann Ki Baat : बिना पॉलिटिकल बैकग्राउंड के युवा भी राजनीति में आ सकेंगे, पीएम मोदी ने दिया खास संदेश
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 113वें एपिसोड में हर घर तिरंगा अभियान और राजनीति का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा, “इस साल मैंने लाल किले से बिना पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले एक लाख युवाओं को राजनीतिक सिस्टम से जोड़ने का आह्वान किया है. मेरी इस बात पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है. इससे पता चलता है कि कितनी बड़ी संख्या में हमारे युवा, राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं. बस उन्हें सही मौके और मार्गदर्शन की तलाश है.”
पीएम मोदी ने राजनीति का जिक्र करते हुए कहा, “राजनीति के इस विषय पर मुझे देशभर के युवाओं के पत्र भी मिले हैं. सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. लोगों ने मुझे कई तरह के सुझाव भी भेजे हैं. कुछ युवाओं ने पत्र में लिखा है कि ये उनके लिए वाकई अकल्पनीय है. दादा या माता-पिता की कोई राजनीतिक विरासत नहीं होने की वजह से वो चाहकर भी राजनीति में नहीं आ पाते थे. कुछ युवाओं ने लिखा कि उनके पास जमीनी स्तर पर काम करने का अच्छा अनुभव है, इसलिए, वे लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मददगार बन सकते हैं.”
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं के पत्र भेजने पर आभार जताया और कहा, “मैं इस विषय पर सुझाव भेजने के लिए हर किसी का धन्यवाद करता हूं. मुझे उम्मीद है कि अब हमारे सामूहिक प्रयास से ऐसे युवा, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है. वे भी राजनीति में आगे आ सकेंगे, उनका अनुभव और जोश देश के काम आएगा.”
पीएम मोदी ने कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी समाज के हर क्षेत्र से ऐसे अनेकों लोग सामने आए थे, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्टभूमि नहीं थी. उन्होंने खुद को भारत की आजादी के लिए झोंक दिया था. आज हमें विकसित भारत का लक्ष्य पाने के लिए एक बार फिर उसी भाव की जरूरत है. मैं अपने सभी युवा साथियों को कहूंगा इस अभियान से जरूर जुड़ें. आपका ये कदम अपने और देश के भविष्य को बदलने वाला होगा.”
प्रधानमंत्री मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा, “हर घर तिरंगा और पूरा देश तिरंगा इस बार ये अभियान अपनी पूरी ऊंचाई पर रहा. देश के कोने-कोने से इस अभियान से जुड़ी अद्भुत तस्वीरें सामने आई हैं. हमने घरों पर तिरंगा लहराते देखा, स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में तिरंगा देखा. लोगों ने अपनी दुकानों, दफ्तरों में तिरंगा लगाया. जब लोग एक साथ जुड़कर अपनी भावना प्रकट करते हैं तो इसी तरह हर अभियान को चार चांद लग जाते हैं.”
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